कैसे जाऐं अमरनाथ के पवित्र गुफा तक
पवित्र गुफा तक पहुंचने के दो मार्ग हैं। पहलगाम रूट और बालटाल रूट। इन दोनों स्थानों पर आधार शिविर हैं जहां श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।
जम्मू। पवित्र गुफा तक पहुंचने के दो मार्ग हैं। पहलगाम रूट और बालटाल रूट। इन दोनों स्थानों पर आधार शिविर हैं जहां श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। इसके अलावा जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास में भी श्रद्धालुओं के लिए आधार शिविर बनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर स्थित इन दो यात्रा आधार शिविर का कुल सड़क मार्ग करीब 490 किलोमीटर है। लखनपुर से जम्मू 90 किलोमीटर। जम्मू से श्रीनगर 300 किलोमीटर। श्रीनगर से पहलगाम 95 किलोमीटर। श्रीनगर से बालटाल 98 किलोमीटर। यात्रा का पहला रूट- पहलगाम-इस रूट से यात्रा पांच दिनों में पूरी होती है। पहलगाम से चंदनवाड़ी का सफर गाड़ी से तय होता है, जिसके पश्चात पद्यात्र करनी पड़ती है। चंदनवाड़ी के बाद शेषनाग व उसके पश्चात पंजतरणी में रात गुजारनी पड़ती है, जिसके बाद पवित्र गुफा के दर्शन होते है। वापस बालटाल के रास्ते से भी आया जा सकता है।
पहलगाम से चंदनवाड़ी 16 किलोमीटर। चंदनवाड़ी से शेषनाग 12 किलोमीटर। शेषनाग से पंजतरणी 12 किलोमीटर। पंजतरणी से पवित्र गुफा 6 किलोमीटर। दूसरा रूट- बालटाल- बालटाल से पवित्र गुफा 12 किलोमीटर है, लेकिन यह मार्ग काफी दुर्गम व कठिन है। श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था-सर्वप्रथम जम्मू में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भगवती नगर में यात्रा आधार शिविर 'यात्री निवास' बनाया गया है। इसके अलावा कुछ मंदिरों व धर्मशाला में भी ठहरने की व्यवस्था है।
क्षमता, यात्री निवास- इस आधार शिविर में करीब 2500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है।
पुरानी मंडी का राम मंदिर- करीब 700
परेड का गीता भवन- 500-1000
ज्यूल क्षेत्र की विनायक धर्मशाला- 200-300
गुरुद्वारा सुंदर सिंह मार्ग पर अग्रवाल धर्मशाला- 300-400
पहलगाम- इस आधार शिविर में करीब 5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।
बालटाल- यहां पर भी करीब 4000-5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।
इसके अलावा शेषनाग व पंजतरणी व भवन (पवित्र गुफा) पर भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए व्यवस्था रहती है। पवित्र गुफा तक पहुंचने के दो मार्ग हैं। पहलगाम रूट और बालटाल रूट। इन दोनों स्थानों पर आधार शिविर हैं जहां श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। इसके अलावा जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास में भी श्रद्धालुओं के लिए आधार शिविर बनाया गया है।