हज यात्रियों का देश की सीमा से बाहर होते ही टूट जाएगा परिजनों से संपर्क
हज यात्रा 27 जुलाई से शुरू हो रही है। प्रत्येक हज यात्री को अपने साथ अधिकतम 25 हजार रुपये की नगदी ले जाने की छूट रहेगी।
फीरोजाबाद। सऊदी अरब सरकार के कुछ फैसलों से इस बार हज पर जाने वाले यात्रियों को थोड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी। यात्रियों को अबकी बार सिम कार्ड नहीं मिलेगा। दो हजार का नया नोट भी सऊदी अरब में वहां की मुद्रा से नहीं बदला जाएगा। यह कहना है प्रदेश के चीफ हज मास्टर ट्रेनर आलम मुस्तफा याकूबी का।
हज यात्रा 27 जुलाई से शुरू हो रही है। इस साल प्रदेश से 29075 यात्री जाएंगे, तो फीरोजाबाद जिले से 165 यात्रियों का कोटा रहेगा। आवेदकों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं। प्रत्येक हज यात्री को अपने साथ अधिकतम 25 हजार रुपये की नगदी ले जाने की छूट रहेगी। यात्रा को लेकर हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुंबई स्थित कार्यालय में हाल में तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमें शामिल होकर आए प्रदेश के चीफ हज मास्टर ट्रेनर आलम मुस्तफा याकूबी ने बताया कि सऊदी सरकार ने दो हजार का नोट रियाल में बदलने पर रोक लगा दी है। कार्यशाला में सीमा शुल्क विभाग के अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि कैश के रूप में जिन यात्रियों पर दो हजार रुपये के नोट मिलेंगे, उन्हें विभाग हवाई अड्डों पर ही अपने पास जमा कर लेगा। परेशानी से बचने के लिए यात्री घर से अपने साथ पांच सौ या सौ रुपये के नोट ही ले जाएं, जिससे उन्हें सऊदी मुद्रा (रियाल) में आसानी से बदला जा सके। सऊदी सरकार ने हाजियों के लिए सिम कार्ड देने की व्यवस्था भी खत्म कर दी है। पहले हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से यात्रियों को सिम कार्ड हवाई अड्डे पर उपलब्ध कराए जाते थे। इसमें कुछ आपातकालीन नंबर और बैलेंस भी रहता था। ऐसे में हज यात्रियों का देश की सीमा से बाहर होते ही परिजनों से संपर्क टूट जाएगा।
सऊदी अरब में मिलेंगे सिम : फीरोजाबाद के रहने वाले चीफ मास्टर ट्रेनर ने बताया कि यात्रियों की समस्या को देखते हुए सऊदी सरकार ने हाजियों को सऊदी अरब आने के बाद सिम कार्ड खरीदने की छूट दी है, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी वीजा और इमीग्रेशन कार्ड के बार कोड की फोटो कॉपी देनी होगी।