रंगभरी एकादशी पर देवाधिदेव महादेव का दरबार रहा गुलजार
काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर की मंगला आरती में फूल-मालाओं से बाबा का विशेष शृंगार किया गया। आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही मंदिर में कतारबद्ध भक्तों की भीड़ जुटने लगी।
By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 09 Mar 2017 11:05 AM (IST)Updated: Thu, 09 Mar 2017 11:18 AM (IST)
वाराणसी। रंगभरी एकादशी पर बुधवार को सुबह से ही देवाधिदेव महादेव का दरबार गुलजार रहा। भक्तों का हुजूम भगवान शिव के साथ होली खेलकर उनका आशीर्वाद लेने को लालायित था। सभी ने स्वयंभू ज्योतिर्लिंग पर माला-फूल व गुलाल अर्पित कर काशी में होली खेलने की अनुमति प्राप्त की। नगर के अन्य देवालयों में भी भक्तों ने अबीर गुलाल अर्पित कर धूमधाम से रंगभरी एकादशी का पर्व मनाया।
काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर की मंगला आरती में फूल-मालाओं से बाबा का विशेष शृंगार किया गया। आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही मंदिर में कतारबद्ध भक्तों की भीड़ जुटने लगी। परंपरा के अनुसार श्रद्धालुओं ने बाबा के विग्र्रह पर ठंडई, भांग, माला-फूल, धतूरा अर्पित करने के साथ ही अबीर-गुलाल अर्पित किया। इस दौरान हर-हर महादेव के उद्घोष से पूरा मंदिर परिसर गूंजता रहा। मंदिर में दर्शन-पूजन करने आए भक्तों ने बाबा को अबीर-गुलाल अर्पित करने के साथ ही अन्य विग्र्रहों पर भी अबीर-गुलाल चढ़ाया। इसके पश्चात मंदिर में मौजूद अन्य भक्तों को भी गुलाल लगाकर काशी में होली खेलने की शुरूआत की। शाम को गर्भगृह में शिव परिवार की अलौकिक झांकी सजाई गई। इससे पूर्व महंत आवास पर सुबह शंकर, पार्वती की रजत प्रतिमा की झांकी सजाई गई और शाम को रजत पालकी पर बाबा के गौने की बरात निकाली गई। जो महंत आवास से विश्वनाथ मंदिर तक गई। इसके बाद रात्रि 11 बजे पुन: रजत प्रतिमाओं को महंत आवास में प्रतिस्थापित कर दिया गया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर लाल गुलाल से पटा रहा। बाबा दरबार में अबीर-गुलाल से तर-बतर लोगों की खुशी देखने लायक थी। दर्शन-पूजन का क्रम रात 11 बजे तक चलता रहा। इस दौरान भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
इसके अलावा बीएचयू परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन, दुर्गा मंदिर, केदारघाट स्थित गौरी केदारेश्वर महादेव, पांडेयहवेली स्थित तिलभांडेश्वर महादेव, मीरघाट स्थित धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के विश्वनाथ मंदिर, बाबा कालभैरव, महामृत्युंजट महादेव, त्रिलोचन महादेव, कोयला बाजार में ओंकारेश्वर महादेव, ईश्वरगंगी में जागरेश्वर महादेव, सारनाथ में सारंगनाथ महादेव समेत अन्य छोटे-बड़े देवालयों में रंगभरी एकादशी पर विशेष शृंगार व पूजन-अर्चन किया गया। इस दौरान मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे भक्तों ने अबीर-गुलाल अर्पित कर दर्शन-पूजन किया। साथ ही मिष्ठान्न, फल-फूल आदि समर्पित किया। सभी मंदिरों को फूल- मालाओं व विद्युत झालरों से सजाया गया था। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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