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गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर्यटकों के लिए बंद, बैरंग लौटे दल

गंगोत्री गोमुख ट्रैक को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। इस बार गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद भी गोमुख ट्रैक पर 22 दिन तक आवाजाही रही। रविवार को गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने कनखू बैरियर पर गेट लगाकर पार्क में आवाजाही बंद करवा दी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 18 Nov 2014 12:41 PM (IST)Updated: Tue, 18 Nov 2014 12:45 PM (IST)
गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर्यटकों के लिए बंद, बैरंग लौटे दल

उत्तरकाशी। गंगोत्री गोमुख ट्रैक को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। इस बार गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद भी गोमुख ट्रैक पर 22 दिन तक आवाजाही रही। रविवार को गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने कनखू बैरियर पर गेट लगाकर पार्क में आवाजाही बंद करवा दी।

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गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर इस बार बरसात के बाद यात्रियों और पर्यटकों की काफी आवाजाही रही। खास तौर पर पर्वतारोहण दलों की आमद बरसात पूर्व के सीजन के मुकाबले बरसात के बाद ज्यादा हुई। इससे उत्साहित गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद भी 15 नवंबर तक गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर आवाजाही जारी रखने का निर्णय लिया। इसके लिए परमिट उत्तरकाशी के अलावा गंगोत्री धाम में भी आसानी से जारी किए गए। बीते 16 नवंबर को गोमुख की ओर गए यात्रियों के निकल जाने के बाद पार्क प्रशासन ने कनखू बैरियर का गेट लगा दिया। 17 नवंबर को कुछ टैकरों के दल भी गंगोत्री पहुंचे थे, जिन्हें गेट बंद होने पर बैरंग लौटना पड़ा। इसके साथ ही गंगोत्री पार्क प्रशासन और जीएमवीएन के कनखू व भोजवासा में तैनात कर्मचारी भी वापस आ गए हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक श्रवण कुमार ने बताया कि मौसम ठंडा होने के कारण अब गंगोत्री गोमुख क्षेत्र में बर्फबारी का समय शुरू होने वाला है। ऐसे में हर साल की तरह टैक को पर्यटकों के लिए बंद किया जा रहा है।


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