शनिवार से गंगोत्री से शुरु होगी गंगा संस्कृति यात्रा
गंगा को मूल रूप देने की जरूरत और इसकी सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक 262 स्थानों पर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
नई दिल्ली। गंगा को मूल रूप देने की जरूरत और इसकी सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक 262 स्थानों पर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
इसके लिए "गंगा संस्कृति यात्रा" का 14 फरवरी को शाम 6.56 बजे गंगोत्री से शुभारंभ होगा। जबकि 13 मार्च को गंगासागर में कपिल मुनि आश्रम में इस यात्रा का समापन होगा। एक बयान में संस्कृति मंत्रालय ने कहा, "गंगा संस्कृति यात्रा का मकसद गंगा बेसिन की सांस्कृतिक विविधता और विरासत को प्रदर्शित करना है। इसके अलावा नदी को बचाने और उसे मूल रूप देने की आवश्यकता के प्रति जागरुकता बढ़ाना भी इस यात्रा का उद्देश्य है।"
बयान के अनुसार, "महोत्सव का आयोजन 14 फरवरी से लेकर 13 मार्च तक गंगोत्री से गंगासागर तक 262 स्थानों पर किया जा रहा है।" यात्रा में मुख्य आयोजन स्थलों गंगोत्री, हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और गंगासागर के अलावा गंगा की सभी सहायक नदियों और ऐतिहासिक स्थानों को भी शामिल किया जाएगा।