अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था जम्मू से रवाना, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए शुक्रवार तड़के जम्मू से श्रद्धालुओं का पहला जत्था श्रीनगर के लिए रवाना हुआ।
जम्मू। अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए शुक्रवार तड़के जम्मू से श्रद्धालुओं का पहला जत्था श्रीनगर के लिए रवाना हुआ। यह जत्था शाम तक श्रीनगर पहुंचेगा। मौसम ने साथ दिया तो शनिवार यानी दो जुलाई को ये लोग बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। मालूम हो, अभी तक साढ़े तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। गुरुवार से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन भी शुरू किया गया है।
इस बीच, शुक्रवार को राजनाथ सिंह दो दिन के लिए जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं। सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह खुद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे।यात्रा के दौरान वह राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए दोनों रास्तों पर 12,500 केन्द्रीय अर्धसैनिक कर्मी और राज्य पुलिस के 8000 कर्मी तैनात किये जा रहे हैं। लेकिन पुलवामा में पिछले दिनों सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले को देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार गंभीर हो गई है। राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, शीर्ष असैनिक, पुलिस एवं सैनिक अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों के साथ-साथ पूरे राज्य के हालात की समीक्षा करेंगे। इस दौरान गृहमंत्री को आतंकवाद की स्थिति और सरहद पार से घुसपैठ की कोशिशें और उससे निबटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की ओर से किए जा रहे विभिन्ना उपायों से अवगत कराया जाएगा।
श्री बाबा अमरनाथ के दर्शनों की कामना के साथ श्रद्धालु मंदिरों के शहर पहुंचना शुरू हो गए हैं। देर शाम तक सौ से अधिक श्रद्धालुओं को यात्री निवास में सुरक्षा जांच के बाद प्रवेश करने दिया गया। यात्री निवास से आज उपमुख्यमंत्री डॉ निर्मल सिंह विधिवत रूप से बाबा अमरनाथ के पहले जत्थे को रवाना कर दिया है। श्रद्धालुओं के आगमन के साथ ही पर्यटन विभाग सहित अन्य विभागों ने अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं। स्वास्थ्य विभाग की डॉक्टरों की टीम ने पैरा मेडिकल स्टाफ सहित यात्री निवास में चिकित्सा शिविर शुरू कर दिया है। वहीं पर्यटन विभाग ने भी शिकायत केंद्र व यात्री निवासी रजिस्ट्रेशन काउंटर खोल दिया है। सुबह काउंटर खुलते ही यात्री निवास में श्रद्धालुओं का पहुंचना आरंभ हो गया। भगवती नगर प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच करने के बाद उन्हें भवन में प्रवेश करने दिया गया। पर्यटन विभाग के अधिकारी डॉ. राजेश ने बताया कि हालांकि यात्रा आज रवाना होनी है परंतु सौ से अधिक श्रद्धालु एक दिन पहले ही यात्री निवास पहुंच गए थे। वे दरबदर न हों इसके लिए उन्हें एक दिन पहले ही यात्री निवास में रहने की अनुमति दे दी गई। हालांकि अधिकारिक तौर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश वीरवार को होना था। भगवती नगर प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच करने के बाद उन्हें भवन में प्रवेश करने दिया गया।श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवान मुस्तैद हो गए हैं। सुबह व शाम के समय डॉग स्कवाड ने भवन की जांच की। हालांकि, भवन के अंदर व बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए यात्री निवासी के मुख्य द्वार से लेकर भीतर 12 से अधिक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। एसआरटीसी का यात्रा टिकट काउंटर वीरवार को खोला जाएगा। यही नहीं यात्री निवास के अंदर लंगर व्यवस्था करने वाली समिति भी वीरवार को ही श्रद्धालुओं के लिए लंगर शुरू करेगी।
लोक संस्कृति से होगा श्रद्धालुओं का स्वागत
श्री बाबा अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत आधार शिविर यात्री भवन में राज्य के लोक कलाकार करेंगे। बाहरी राज्य से आने वाले श्रद्धालु अपनी थकान मिटा सकें और राज्य की संस्कृति को जान सकें। इसी उद्देश्य से पर्यटन विभाग जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के सहयोग से यात्रा के दौरान हर शाम को लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। यात्रा का पहला जत्था ढोल नगाड़ों और जंगम बाबाओं की प्रस्तुति के साथ होगा।
जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के सचिव डॉ. अरविंद्र सिंह अमन ने बताया कि पहला जत्था रवाना होने के समय बहुत से कलाकार अपनी पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होंगे। इससे श्रद्धालुओं को राज्य की संस्कृति का समझने का मौका मिलेगा। यह ऐसे मौके होते हैं जब राज्य की संस्कृति को उन लोगों तक पहुंचाया जा सकता है। यहां तक पहुंच पाना हर कलाकार के लिए संभव नहीं होता।
पर्यटन विभाग की निदेशक अनुसार हर शाम आठ बजे के बाद आधार शिवर भगवती नगर में नियमित सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ करेंगे। इससे लोगों का मनोरंजन तो होगा ही। श्रद्धालुओं को राज्य की कला संस्कृति को समझने का भी मौका मिलेगा। इसके अलावा राज्य के लोक कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
पहले दिन 500 श्रद्धालुओं ने करवाया करंट पंजीकरण
बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए गैर पंजीकृत श्रद्धालु भी पहुंचने लगे हैं। श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार को रेलवे स्थित संगम बैंक्वेट हॉल में एडवांस टोकन काउंटर खोलने के साथ वैष्णवी और सरस्वती धाम में करंट पंजीकरण काउंटर भी शुरू कर दिया। पहले ही दिन करीब पांच सौ श्रद्धालुओं का करंट पंजीकरण किया गया।
शिव भक्तों का उत्साह देखने वाला था। कतारों में खड़े श्रद्धालु बम-बम भोले के जयघोष लगातार लगाते नजर आए। एडवांस टोकन हासिल करने से पूर्व श्रद्धालुओं ने मौके पर ही फार्म हासिल कर उन्हें भरा और स्वास्थ्य जांच भी करवाई। श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को देखते हुए डीसी जम्मू सिमरनदीप सिंह ने वैष्णवी धाम और सरस्वती धाम में करंट पंजीकरण काउंटर खोलने के निर्देश दिए। पहली और दो जुलाई के निर्धारित कोटे के अनुसार पहले ही पांच सौ श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया गया।
डीसी जम्मू सिमरनदीप सिंह ने कहा कि अब श्रद्धालुओं का पंजीकरण 3 जुलाई व उसके बाद का किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वीरवार को करंट पंजीकरण का तीसरा काउंटर जोकि महाजन हॉल शालामार में खोला जाना है, शुरू कर दिया जाएगा। श्रद्धालु एडवांस टोकन हासिल करने के बाद वहां जाकर भी यात्रा पंजीकरण करवा सकते हैं।
1100 श्रद्धालुओं को दिया गया एडवांस टोकन
शिव भक्तों की सुविधा के लिए संगम बैंक्वेट हॉल में शुरू किए गए एडवांस टिकट काउंटर में पहले दिन श्रद्धालुओं में 1100 टोकन वितरित किए गए। इनमें से पांच सौ श्रद्धालुओं का पहली और दो जुलाई के लिए करंट पंजीकरण कर दिया गया है। बाकी के श्रद्धालु वीरवार को पंजीकरण कराया। डीसी जम्मू सिमरनदीप सिंह ने मौके पर जाकर व्यवस्था का जायजा लेते हुए श्रद्धालुओं से बात भी की। श्रद्धालुओं ने इस प्रणाली को काफी सराहा। डीसी ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने की इच्छा के साथ ही पहली बार यह प्रणाली अपनाई गई है। यात्रा से संबंधित सभी औपचारिकताएं यहां पूरी करने के बाद श्रद्धालु टोकन अनुसार वैष्णवी, सरस्वती धाम और महाजन हाल जाकर यात्रा पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें घंटों कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।
पहले जत्थे के साथ 150 साधु होंगे रवाना
देश भर से बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जम्मू पहुंचे साधु-संतों की भी पंजीकरण बुधवार को शुरू कर दी गई। राम मंदिर पुरानी मंडी में पंजीकरण काउंटर शुरू करते हुए डीसी जम्मू सिमरनदीप सिंह ने संत-महात्माओं को हर संभव सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर कैंप अधिकारी एसडीएम अखनूर सुनयना शर्मा भी मौजूद थी। पहले दिन सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले 35 साधुओं का यात्रा पंजीकरण किया गया। कैंप अधिकारी सुनयना शर्मा ने बताया कि एक जुलाई को जम्मू से रवाना होने वाले पहले जत्थे में 150 साधुओं को भेजा जाएगा। बाकी साधुओं का पंजीकरण वीरवार को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मंदिर में बिजली-पानी को लेकर पेश आ रही समस्या को संबंधित विभागों से हल करने के लिए कहा गया है। मंदिर के बाहर व अंदर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पार्किंग स्थल को खाली करवाया गया है। दूसरे श्रद्धालुओं की तरह साधु-संतों को भी प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।