चारधाम में बर्फबारी : 21 को गंगोत्री-यमुनोत्री कपाट खुलने के साथ ही शुरू होगी यात्रा
चार धाम यात्रा शुरू होने में मात्र चार दिन शेष हैं और तैयारियों में मौसम बाधा डाल रहा है। तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के कारण केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ी है। श्रमिकों
गढ़वाल। चार धाम यात्रा शुरू होने में मात्र चार दिन शेष हैं और तैयारियों में मौसम बाधा डाल रहा है। तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के कारण केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ी है। श्रमिकों का ज्यादातर समय बर्फ साफ करने में बीत रहा है।
गंगोत्री और यमुनोत्री में न बिजली बहाल हो सकी है न पानी। बदरीनाथ में बिजली तो बहाल कर दी गई है, लेकिन बर्फ से क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को सुधारना एक चुनौती बना हुआ है। गुरुवार को गढ़वाल मंडल में चार धामों ने एक बार फिर बर्फ की चादर ओढ़ी तो मैदानी क्षेत्रों में बारिश हुई। देहरादून के अलावा हरिद्वार और रुड़की में मेघ बरसे। उधर, कुमाऊं में मौसम साफ रहने से लोगों ने राहत की सांस ली। विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में मौसम के मिजाज बदलाव की संभावना नहीं है। विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।
चमोली जिले में सुबह से मौसम के तेवर तल्ख रहे। बारिश के साथ तेज हवाओं ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। यात्रा व्यवस्थाओं को जायजा लेने हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ जा रहे गढ़वाल मंडल के आयुक्त सीएस नपलच्याल को वापस लौटना पड़ा। जिले में बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब में भी बर्फबारी की सूचना है।
उत्तरकाशी में पूरे दिन मौसम का मिजाज चमोली जैसा रहा। गंगोत्री व यमुनोत्री समेत ऊंचाई वाले इलाकों में दिनभर बर्फबारी जारी रही। वहीं, जिले के अन्य स्थानों पर बारिश ने मुसीबतें बढ़ा दीं। दो दिनों से हो रही बारिश से गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी से लगातार मलबा गिरता रहा। इसके चलते कई बार आवाजाही के लिए बाधित रही।
गौरतलब है कि 21 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो जाएगी। इसके बाद 24 अप्रैल को केदारनाथ और 26 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।