पवित्र गुफा में गूंजा बम-बम भोले
समुद्रतल से लगभग 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा में वीरवार सुबह घंटियों व घड़ियालों की गूंज और हर-हर महादेव के जयघोष से पूरा माहौल शिवमय हो गया। देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं के पहले जत्थे के पवित्र गुफा में पहुंचने पर हिमलिंगम की प्रथम
श्रीनगर। समुद्रतल से लगभग 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा में वीरवार सुबह घंटियों व घड़ियालों की गूंज और हर-हर महादेव के जयघोष से पूरा माहौल शिवमय हो गया। देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं के पहले जत्थे के पवित्र गुफा में पहुंचने पर हिमलिंगम की प्रथम दर्शन पूजा हुई, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व राज्यपाल एनएन वोहरा भी शामिल हुए। राजनाथ व वोहरा ने राज्य व राष्ट्र में सुख-शांति की कामना की। पहले दिन 8401 श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए।
प्रथम दर्शन में हिस्सा लेने वालों में राज्यपाल एनएन वोहरा की पत्नी उषा वोहरा, राज्य पुलिस महानिदेशक के राजेंद्रा, सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा, श्राइन बोर्ड के सीईओ पीके त्रिपाठी भी शामिल रहे। इस बीच, गृहमंत्री व राज्यपाल ने पवित्र गुफा व उसके आसपास के क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए जुटाई गई सुविधाओं व सुरक्षा बंदोबस्त का भी जायजा लिया। इससे पूर्व सुबह बालटाल व नुनवन से 12,162 श्रद्धालु पवित्र गुफा के लिए रवाना हुए। बालटाल से रवाना हुए 6772 यात्रियों में 5942 पुरुष, 800 महिलाएं, 18 बच्चे और 12 साधु शामिल थे, जबकि नुनवन से 4590 यात्री रवाना हुए। इनमें 3860 पुरुष, 610 महिलाएं, 90 बच्चे और 30 साधु शामिल थे। इनके अलावा 800 श्रद्धालु हेलीकाप्टर के जरिए पवित्र गुफा के लिए रवाना हुए। श्री अमरनाथ यात्रा 59 दिन तक चलेगी और रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी।
अमरनाथ यात्रा में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पत्नी सावित्री सिंह के साथ बाबा बफार्नी के दर्शन किए और आर्शीवाद लिया। प्रथम पूजन में राज्यपाल एनएन वोहरा श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन एवं लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा भी शामिल हुए। पहले दिन 8401 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।जम्मू-कश्मीर में बनाए गए बेस कैम्पों से बाबा बफार्नी के दर्शन के लिए 11 हजार से अधिक श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो गया। सुबह पहलगाम मार्ग से 4,169 और बालटाल मार्ग से 6,782 श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति दी गई।
फिदायीन हमले की साजिश
पाकिस्तानी आतंकी संगठनों ने अमरनाथ के श्रद्धालुओं पर फिदायीन हमले की साजिश रची है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा समेत कई आतंकी संगठनों के 10 से 15 सदस्य सीमा पार करके जम्मू-कश्मीर में दाखिल हो चुके हैं।
7500 सैनिक तैनात
आतंकियों से निपटने के लिए सेना ने ‘ऑपरेशन शिवा’ के तहत खासतौर पर 7500 सैनिकों को तैनात किया है। इसके अलावा, पैरा मिलिट्री फोर्सेस और स्थानीय पुलिस के 10 हजार जवान भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात हैं।
राजनाथ ने की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
राजनाथ ने राज्यपाल एन एन बोहरा से उनके साथ आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। अमरनाथ यात्रा के सुगम संचालन के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर सरकार के इंतजामों और सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। राजनाथ हजरतबल शरीफ दरगाह भी गए। जहां उन्होंने राज्य की शांति, समृद्धि के लिए प्रार्थना की।