विश्वनाथमंदिर में सुरक्षा का ब्लू प्रिंट
काशी विश्वनाथ मंदिर समेत काशी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए एक ओर गृह मंत्रलय के सचिव पहुंचे तो दूसरी ओर पहले से यहां मौजूद एनएसजी की टीम बुधवार को काशी की सुरक्षा - व्यवस्था का ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुटी रही। मकसद-कभी मंदिर परिक्षेत्र में आतंकी
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर समेत काशी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए एक ओर गृह मंत्रलय के सचिव पहुंचे तो दूसरी ओर पहले से यहां मौजूद एनएसजी की टीम बुधवार को काशी की सुरक्षा - व्यवस्था का ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुटी रही। मकसद-कभी मंदिर परिक्षेत्र में आतंकी हमला हुआ तब ऐसी परिस्थितियों में एनएसजी को मंदिर परिक्षेत्र को चप्पे चप्पे की जानकारी हो और मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके।
एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) की पांच सदस्सीय टीम मेजर विशेश्वर राव के नेतृत्व में बुधवार को दोपहर बारह बजे काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंची। साथ में एटीएस (एंटी टेररिस्ट सेल) के कमांडो भी थे। रेड जोन में प्रवेश करने के साथ ही सुरक्षा के एक-एक प्वाइंट को चेक करने के साथ ही उनकी तस्वीरें उतारी गईं। प्रवेश व निकास द्वार की तस्वीरें उतारने के बाद महंत कुलपति तिवारी के आवास गए और उनसे वार्ता के बाद छत पर चढ़कर चारों ओर की तस्वीरें खींचीं। विश्वनाथ मंदिर चौकी की छत पर से भी एनएसजी के टीम ने तस्वीर उतारी। सरस्वती फाटक स्थित एक आवास की छत से कमांडो ने फोटोग्राफी करनी चाही लेकिन भवन मालिक ने जिलाधिकारी का आदेश पत्र मांग लिया और बिना दिखाए, उपर जाने से इंकार कर दिया। परिसर में लगभग डेढ़ घंटे तक मौजूद एनएसजी की टीम ने मंदिर परिक्षेत्र का कोई कोना नहीं छोड़ा।
सूत्रों के मुताबिक काशी में विश्वनाथ मंदिर के बाद एनएसजी यहां के अन्य प्रमुख मंदिरों, सारनाथ, डीरेका, बीएचयू, पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम, कैंट रेलवे स्टेशन समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर भी सुरक्षा का ब्लू प्रिंट तैयार होगा। इसके बाद टीम पूर्वाचल के कुछ जिलों खासकर सोनभद्र में भ्रमण कर महत्वपूर्ण स्थलों का जायजा लेगी। काशी के बाद एनएसजी की टीम अयोध्या व मथुरा भी जाएगी और वहां का सुरक्षा ब्लू प्रिंट तैयार कर गृह मंत्रलय को सौंपेगी। गौरतलब है कि बीते वर्ष भी एनएसजी की टीम बनारस आई थी और विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था का खाका खींचा था।