तैयार किया जा रहा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन विकल्प
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने गंगा की बजाय दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के अन्य विकल्पों का खाका खींचने का जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है। एनआईसी में सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रभारी जिलाधिकारी विशाख जी से मुखातिब मुख्य सचिव ने 24 तक मूर्ति विसर्जन के विकल्पों की कार्य योजना बनाकर भेजने का निर्देश दिया। प्रभारी जिल
वाराणसी। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने गंगा की बजाय दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के अन्य विकल्पों का खाका खींचने का जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है। एनआईसी में सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रभारी जिलाधिकारी विशाख जी से मुखातिब मुख्य सचिव ने 24 तक मूर्ति विसर्जन के विकल्पों की कार्य योजना बनाकर भेजने का निर्देश दिया।
प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के शहरी व ग्रामीण इलाके में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए 32 तालाबों का विकल्प चुना गया है। नए सिरे से इन विकल्पों की मानिटरिंग की जाएगी। 24 सितंबर तक शासन को मूर्ति विसर्जन के विकल्पों की कार्ययोजना भेज दी जाएगी। इसके लिए नगर आयुक्त, जलकल, समेत सभी उप जिलाधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। यह अग्रिम तैयारी की जा रही है ताकि कोर्ट के आदेश के अनुपालन में कोई कमी न रह जाए।
मूर्ति विसर्जन पर डीएम दें कार्ययोजना
प्रदेश सरकार ने गंगा और यमुना नदियों में मूर्तियों के विसर्जन के संबंध में पारित हाई कोर्ट के आदेश के क्रम में जिलाधिकारियों से कार्ययोजना मांगी है। यह कार्ययोजना उन्हें 24 सितंबर तक देनी है। हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि मूर्ति विसर्जन पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइडलाइन का पालन किया जाए। हाईकोर्ट ने इलाहाबाद को छोड़कर अन्य जिलों को मूर्ति विसर्जन की छूट दे दी है। इलाहाबाद में गंगा से थोड़ी दूर गढ्डा बनाकर उसमें प्रतिमाएं विसर्जित की जाएंगी। इसी क्रम में मुख्य सचिव आलोक रंजन ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जिलाधिकारियों को निर्देशित किया। हिदायत दी है कि कोर्ट के प्रतिबंध के संबंध में पारित आदेशों का कड़ाई से पालन किया जाए और 24 सितंबर तक कार्ययोजना बनाकर नगर विकास विभाग के सचिव को अवश्य उपलब्ध करा दें।