ड्रोन से होगी श्रीकृष्ण जन्मभूमि की सुरक्षा
आतंकी धमकियों को देखते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के चप्पे-चप्पे पर पहले से ही सुरक्षा बलों की गहन निगरानी है, अब ड्रोन के जरिए हवाई निगरानी भी की जाएगी। यह करीब २०० मीटर की ऊंचाई से चप्पे-चप्पे की तस्वीरें लगातार नियंत्रण कक्ष के कंप्यूटर स्क्रीन पर भेजेगा।
मथुरा। आतंकी धमकियों को देखते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के चप्पे-चप्पे पर पहले से ही सुरक्षा बलों की गहन निगरानी है, अब ड्रोन के जरिए हवाई निगरानी भी की जाएगी। यह करीब २०० मीटर की ऊंचाई से चप्पे-चप्पे की तस्वीरें लगातार नियंत्रण कक्ष के कंप्यूटर स्क्रीन पर भेजेगा।
संचालन के लिए विशेषज्ञों की टीम भेजने की मांग भी शासन से की गई है। खुफिया एजेंसियों के हवाले से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहले ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि को आतंकी संगठनों द्वारा निशाना बनाने की आशंका जाहिर कर चुके हैं। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाने को भी प्रदेश सरकार से कहा था। खुफिया एजेंसियों से मिल रही लगातार सूचनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गईं। जन्मभूमि की निगरानी ड्रोन से कराने के प्रस्ताव को सुरक्षा मुख्यालय ने अपनी संस्तुति के साथ शासन को भेज दिया है। इसी के साथ अगस्त में भेजी गई श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद पर नए ७० सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना को भी सुरक्षा मुख्यालय से शासन ने मांग लिया है। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यहां की संकरी गलियों की गतिविधियों पर नजर रखने में खुफिया एजेंसियों को कई दिक्कतों का सामाना भी करना पड़ रहा है।
अभी तक सुरक्षाकर्मी और खुफिया एजेंसियां घूम-घूमकर सूचनाएं एकत्र कर रही हैं। ड्रोन जल्द ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि की निगरानी को मिल जाएगा। यह करीब २०० मीटर की ऊंचाई से इलाके के चप्पे-चप्पे की तस्वीर लगातार नियंत्रण कक्ष को भेजता रहेगा। इससे इलाके में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों की अपडेट जानकारियां भी मिलती रहेंगी। एसपी सुरक्षा हृदेश कुमार ने बताया कि ड्रोन से श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह की निगरानी कराने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन से मंजूरी का इंतजार है।हर तीन महीने बाद होने वाली स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मियों की कमी का मुद्दा उठाया जाता रहा है, इसके बाद भी कमी को दूर नहीं किया गया है। पिछले महीने एसएसपी मंजिल सैनी ने कई-कई साल से एक ही थाने में तैनात करीब १५० पुलिस कर्मियों की तैनाती श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर की थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्मभूमि भेजे गए सुरक्षा कर्मियों में १५-२० फीसद ने ही आमद दर्ज कराई, शेष ने तबादले ही निरस्त करा लिए थे। ज्यादातर पुलिसकर्मी श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर तैनाती को सजा मनाते हैं।