बाललीला गुरुद्वारा में 150 विशेष कमरों में ठहरेंगे श्रद्धालु
50 वें प्रकाशोत्सव की तैयारियों को ले दशमेश गुरु गोविंद सिंह के बचपन की क्रीड़ा स्थल बाल लीला मैनीसंगत गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं के लिए छह मंजिला आलीशान इमारत बनी है। देश-विदेश से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए यहां पांच सितारा होटल जैसी सुविधा वाले लगभग 150 कमरे बने हैं।
पटना सिटी । 50 वें प्रकाशोत्सव की तैयारियों को ले दशमेश गुरु गोविंद सिंह के बचपन की क्रीड़ा स्थल बाल लीला मैनीसंगत गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं के लिए छह मंजिला आलीशान इमारत बनी है। देश-विदेश से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए यहां पांच सितारा होटल जैसी सुविधा वाले लगभग 150 कमरे बने हैं। यह स्थल तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब से महज 50 गज की दूरी पर है। भवन में लिफ्ट और पुख्ता सुरक्षा के लिए जगह-जगह क्लोज सर्किट कैमरे लगे हैं। राजमाता विश्वम्भरा देवी यात्री निवास के नाम से निर्मित इन कमरों में रहने के लिए मामूली किराया तथा सुरक्षा राशि ली जाती है।
निर्मल संतों की कारसेवा वाले अमृतसर के संत बाबा कश्मीर सिंह भूरिवाले के नेतृत्व में कारसेवकों द्वारा तैयार इस आलीशान भवन का उद्घाटन दो चरणों में हो चुका है। 29 दिसंबर 2011 को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा 26 दिसंबर 2013 को तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। वर्तमान में और अत्याधुनिक कमरों का निर्माण जारी है। महंत भूरिवाले द्वारा भविष्य में परिसर के अंदर पांच सौ एसी कमरों के निर्माण की योजना है। परिसर में एक बड़ा लंगर हाल का निर्माण किया गया है। साथ ही निचले तले पर गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था होगी। सुविधा युक्त प्रत्येक कमरे में दो सिंगल बेड व एक डबल बेड बिछा है। तीन दर्जन कमरों में दो डबल बेड लगा है। कमरों में अटैच बाथरूम में कमोड शौचालय व गीजर की सुविधा है। ड्रेसिंग टेबल, हैंगर के साथ बालकोनी की सुविधा है। ग्राउंड फ्लोर पर महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग पंद्रह सार्वजनिक शौचालय व स्नान गृह है। कपड़ा धोने के लिए दो अलग बड़े कमरों में एक दर्जन नल लगाया गया है। नीचे एक बड़ा हाल है। इसमें सौ यात्रियों के सोने के लिए जमीन पर बिस्तर लगा है। चार अतिरिक्त कमरों में स्टाफ के ठहरने की व्यवस्था है। कोने में स्टोर रूम भी है।