अयोध्या विवाद का जल्द होगा समाधान
बातचीत से श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान की दिशा में अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के हनुमानगढ़ी स्थित आवास पर शुक्रवार को बैठक की गई। बैठक में विवाद से जुड़े दो दर्जन से अधिक पक्षकारों में से आधा दर्जन शामिल हुए।
अयोध्या। बातचीत से श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान की दिशा में अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के हनुमानगढ़ी स्थित आवास पर शुक्रवार को बैठक की गई। बैठक में विवाद से जुड़े दो दर्जन से अधिक पक्षकारों में से आधा दर्जन शामिल हुए।
बंद कमरे में बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब महंत ज्ञानदास ने किसी र्फामुले का जिक्र तो नहीं किया लेकिन समाधान के प्रयासों को लेकर उत्साह जरूर व्यक्त किया। उम्मीद जताई कि दो-तीन बैठकों के बाद न समाधान का फामरूला तय कर लिया जाएगा बल्कि समाधान भी सामने होगा। महंत ज्ञानदास ने बताया कि मंदिर-मस्जिद विवाद का सौहार्दपूर्ण हल देश की प्रगति के लिए आवश्यक है और इससे संदेश जाएगा कि हिंदू-मुसलमान मिलजुल कर देश की तरक्की में विश्वास करता है। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने बैठक को उत्साहजनक बताया। कहा कि विवाद से जुड़े पक्षकारों से संपर्क की कोशिश हो रही है और वो दिन दूर नहीं, जब सभी पक्षकार एक मंच पर होंगे। बैठक में मौजूद रहे बाबरी मस्जिद के मुद्दई मो. हाशिम अंसारी ने कहा कि मामले को सुप्रीम कोर्ट के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। इस विवाद को दफन करना ही होगा,ताकि मंदिर-मस्जिद विवाद के नाम पर राजनीति और सांप्रदायिकता की दुकान बंद हो सके और देश का ध्यान वास्तविक मुद्दे और विकास की ओर केंद्रित हो सके। बैठक में निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत धर्मदास, निर्मोही अखाड़ा के अधिवक्ता रणजीत लाल, हेलाल कमेटी के संयोजक खालिक अहमद खां एवं रमेशचंद्र त्रिपाठी को मिलाकर आधा दर्जन पक्षकारों सहित रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष महंत जन्मेजयशरण, अयोध्या-फैजाबाद नागरिक समझौता समिति के प्रवक्ता ज्ञानप्रकाश श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
ज्ञानदास अध्यक्ष एवं जन्मेजयशरण संयोजक- महंत ज्ञानदास को मंदिर-मस्जिद विवाद के सौहार्दपूर्ण हल की मुहिम का अध्यक्ष एवं महंत जन्मेजयशरण को संयोजक नामित किया गया।