पर्यटन उत्सव के रूप में होगा सरयू पूजन
सरयू अवध बालक सेवा समिति की ओर से सरयू पूजन एवं आरती के कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी की गई है। गुरुवार को अपराह्न् तीन बजे अयोध्या भ्रमण कार्यक्रम से उत्सव का शुभारंभ होगा। कई चुनिंदा लोग पर्यटक के तौर पर सरयू के ऋणमोचन
अयोध्या। सरयू अवध बालक सेवा समिति की ओर से सरयू पूजन एवं आरती के कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी की गई है। गुरुवार को अपराह्न् तीन बजे अयोध्या भ्रमण कार्यक्रम से उत्सव का शुभारंभ होगा। कई चुनिंदा लोग पर्यटक के तौर पर सरयू के ऋणमोचन घाट तट पर स्थित कंचन भवन से नागेशवरनाथ मंदिर तक यात्रा करेंगे। यात्रा की शुरुआत विधायक तेजनारायण पांडेय पवन करेंगे।
इसी तारीख को सायं छह बजे लक्ष्मण घाट पर फिक्की के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत झुनझुनवाला पुण्य सलिला का अभिषेक करेंगे। तदुपरांत आस्था की भव्यता प्रस्तावित है। सायं सात बजे विशाल रजत और लौह दंडों के रूप में हनुमान जी का पवित्र निशान शोभायात्र के साथ सरयू तट पर पहुंचेगा। निशान की पूजा के बाद पांच हजार एक सौ दीपों से पुण्य सलिला की महाआरती होगी। देर सायं सरयू तट पर ही सांस्कृतिक संध्या सजेगी, जिसका उद्घाटन प्रदेश की संस्कृति मंत्री अरुणा कोरी करेंगी। सांस्कृतिक संध्या में झारखंड के कलाकार मशहूर छाऊ नृत्य और सत्येंद्र पांठक भजन प्रस्तुत करेंगे। शुक्रवार की शाम भी उत्सव की धार प्रवाहित होगी। 1100 दीपों से महाआरती के साथ भाव नृत्य एवं देवेंद्र पाठक गीत प्रस्तुत करेंगे।
उत्सव के बारे में जानकारी देते हुए सरयू सेवा समिति के प्रेरक जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य सहित समिति के प्रमुख संचालक कृष्णकुमार मिश्र बर्फी महाराज एवं आशीष मिश्र ने उम्मीद जताई कि सरयू पूजन से कार्यक्रम से अयोध्या में पर्यटन विकास की नई उम्मीदें जगी है। इस अभियान को फिक्की के प्रदेश अध्यक्ष सहित महंत कौशलकिशोरशरण फलाहारी, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजयशरण, रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमारदास, महंत गिरीशपति त्रिपाठी, महंत जयरामदास, महंत अवधकिशोरशरण आदि का संरक्षण हासिल है।