29 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, जानें कौन कर सकते हैं तीर्थ और कौन नहीं
इस साल 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरु हो रही है। जानें कौन लोग इस तीर्थ में जा सकते हैं और कौन नहीं।
1.70 लाख श्रद्धालुओं ने कराया रजिस्ट्रेशन
29 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रायात्रा के लिए एडवांस पंजीकरण एक मार्च से शुरू हुआ था। अब तक 1.70 लाख श्रद्धालुओं ने देशभर मे पंजीकरण करवा लिया है। सरकार की कोशिश होगी कि यात्री जम्मू मे सुरक्षा दस्ते के साथ ही यात्रा पर जाए। अधिकतर श्रद्धालु सीधे जम्मू मे रुके बिना अपने वाहनो मे पहलगाम व बालटाल पहुंच जाते हैं। सुरक्षा एजेसियो, प्रशासन व अन्य विभागो मे बेहतर तालमेल कायम किया जा रहा है। अगले एक पखवाड़े मे सुरक्षा बलों की तैनाती का अधिकतर काम पूरा हो जाएगा।
कौन-कौन करते हैं ये यात्रा
अमरनाथ के दर्शन हर कोई नहीं कर सकता। 13 साल से कम और 75 साल से अधिक उम्र के श्रद्धालु इस यात्रा में हिस्सा नहीं लेते। इसके अलावा 6 महीने से अधिक की गर्भवती महिला भी यात्रा नहीं कर सकती है। इसके अलावा जो हार्ट पेशेंट है उन्हें भी यात्रा की इजाजत नहीं दी जाती। इस धार्मिक यात्रा के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीम ही मेडिकल सर्टिफिकेट देती है।
बाबा बर्फानी के दर्शन होंगे
अमरनाथ हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह कश्मीर राज्य के श्रीनगर शहर के उत्तर-पूर्व में 135 सहस्त्रमीटर दूर समुद्रतल से 13,600 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। इस गुफा की लंबाई (भीतर की ओर गहराई) 19 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है। गुफा 11 मीटर ऊँची है। अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्यों कि यहीं पर भगवान शिव ने माँ पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था।