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अमरनाथ यात्रा रूट, कहां ठहरें यात्री

सर्वप्रथम जम्मू में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भगवती नगर में यात्र आधार शिविर ‘यात्री निवास’ बनाया गया है। इसके अलावा कुछ मंदिरों व धर्मशाला में भी ठहरने की व्यवस्था है।1कहां कितनी क्षमता 1’ यात्री निवास : इस आधार शिविर में करीब तीन हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है।1’

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 03:09 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 03:25 PM (IST)
अमरनाथ यात्रा रूट,  कहां ठहरें यात्री

जम्मू सर्वप्रथम जम्मू में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भगवती नगर में यात्र आधार शिविर ‘यात्री निवास’ बनाया गया है। इसके अलावा कुछ मंदिरों व धर्मशाला में भी ठहरने की व्यवस्था है।

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कहां कितनी क्षमता, यात्री निवास : इस आधार शिविर में करीब तीन हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है।

पुरानी मंडी का राम मंदिर : 5001’ परेड गीता भवन : 1000-15001’ ज्यूल क्षेत्र की विनायक धर्मशाला : 200-300 यात्री ठहर सकते हैं। ’ गुरुद्वारा सुंदर सिंह मार्ग पर अग्रवाल धर्मशाला : 300-4001’ पहलगाम : इस आधार शिविर में करीब 5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। ’ बालटाल : यहां पर भी करीब 4000-5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। ’ शेषनाग व पंजतरणी व भवन (पवित्र गुफा) पर भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए व्यवस्था रहती है।’ सर्वप्रथम जम्मू में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भगवती नगर में यात्रा आधार शिविर ‘यात्री निवास’ बनाया गया है। इसके अलावा कुछ मंदिरों व धर्मशाला में भी ठहरने की व्यवस्था है।

यात्रा के लिए दो मार्ग हैं। पहलगाम पारंपरिक मार्ग है, दूसरा मार्ग बालटाल का है। जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर स्थित इन दो यात्रा आधार शिविर की सड़क से दूरी 490 किमी. है। ’ लखनपुर से जम्मू : 90 किलोमीटर’ जम्मू से श्रीनगर : 300 किलोमीटर’ श्रीनगर से पहलगाम : 95 किलोमीटर’ श्रीनगर से बालटाल : 98 किलोमीटर यात्रा का पहला रूट : पहलगाम इस रूट से यात्रा पांच दिनों में पूरी होती है। पहलगाम से चंदनवाड़ी का सफर गाड़ी से तय होता है। वापस बालटाल के रास्ते से भी आया जा सकता है।’ पहलगाम से चंदनवाड़ी : 16 किलोमीटर’ चंदनवाड़ी से शेषनाग : 12 किलोमीटर’ शेषनाग से पंजतरणी : 10.6 किलोमीटर’ पंजतरणी से पवित्र गुफा : 6 किलोमीटर(पहलगाम से भवन कुल 44.6 किमी.)

दूसरा रूट : बालटाल

बालटाल से पवित्र गुफा 14 किलोमीटर है, लेकिन यह मार्ग काफी दुर्गम व कठिन है।

हेलीकॉप्टर सेवा बालटाल व पहलगाम से हेलीकॉप्टर सेवा पंजतरणी तक है। आगे भवन तक छह किमी. का सफर पैदल या घोड़े पर तय होता है।’ यात्रा के लिए दो मार्ग हैं। पहलगाम पारंपरिक मार्ग है, दूसरा मार्ग बालटाल का है। जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर स्थित इन दो यात्रा आधार शिविर की सड़क से दूरी 490 किमी. है।

लखनपुर से जम्मू : 90 किलोमीटर, जम्मू से श्रीनगर : 300 किलोमीटर’ श्रीनगर से पहलगाम : 95 किलोमीटर श्रीनगर से बालटाल : 98 किलोमीटर यात्रा का पहला रूट : पहलगाम इस रूट से यात्रा पांच दिनों में पूरी होती है। पहलगाम से चंदनवाड़ी का सफर गाड़ी से तय होता है। वापस बालटाल के रास्ते से भी आया जा सकता है। पहलगाम से चंदनवाड़ी : 16 किलोमीटर, चंदनवाड़ी से शेषनाग : 12 किलोमीटर, शेषनाग से पंजतरणी : 10.6 किलोमीटर, पंजतरणी से पवित्र गुफा : 6 किलोमीटर (पहलगाम से भवन कुल 44.6 किमी.)


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