इन सभी उपायों का उल्लेख शिवमहापुराण में मिलता है
यदि पूरी आस्था से शिव का ध्यान किया जाए तो वह शिवभक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं। इन सभी उपायों का उल्लेख शिवमहापुराण में मिलता है।
भगवान शिव को भोलेनाथ इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। यदि पूरी आस्था से शिव का ध्यान किया जाए तो वह शिवभक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं। इसके लिए भगवान शिव की पूजा करने से पहले आप कुछ उपाय आजमा सकते हैं।
इन सभी उपायों का उल्लेख शिवमहापुराण में मिलता है।
भगवान शिव को अक्षत यानी चावल अर्पित करें। इसके साथ तिल अर्पित करने से भी वह जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।
भगवान शिव को लाल और सफेद फूल बहुत प्रिय है। इसलिए शिव पूजा में इन्हीं रंगों के फूलों का शामिल करें।
शिवपुराण के अनुसार यदि शमी के वृक्ष के पत्तों से शिव पूजा करने से मोक्ष मिल सकता है।
इनके अलावा जूही, कनेर बेला के फूलों से भी पूजन करना चाहिए।
प्रत्येक सोमवार और सावन माह में 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
यदि विवाह में देर हो रही हो तो सावन में रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं। इससे जल्दी ही आपके विवाह योग बनेंगे।
भगवान शिव को जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है। भगवान शिव को गेंहू चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।