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अक्षय तृतीया पर वृंदावन में पांच लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

21 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। इस पावन दिवस पर ठा. बांके बिहारी के चरण दर्शन और इसके बाद सर्वांग दर्शन को श्रद्धा की दुनिया वृंदावन में उमडऩे लगी है। बांकेबिहारी जी मंदिर में 21 अप्रैल को रात साढ़े नौ बजे तक बिहारी जी के चरण और सर्वांग दर्शन होंगे।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2015 03:00 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2015 03:03 PM (IST)
अक्षय तृतीया पर वृंदावन में पांच लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

वृंदावन। 21 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। इस पावन दिवस पर ठा. बांके बिहारी के चरण दर्शन और इसके बाद सर्वांग दर्शन को श्रद्धा की दुनिया वृंदावन में उमडऩे लगी है। बांकेबिहारी जी मंदिर में 21 अप्रैल को रात साढ़े नौ बजे तक बिहारी जी के चरण और सर्वांग दर्शन होंगे। दर्शन को करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। होटल, गेस्ट हाउस आदि फुल हो चुके हैं।

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ठा. बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीश कुमार ने बताया कि मंदिर को भव्यता देने के लिए धौलपुर के कारीगर छजली, छज्जे और छत को संवारने में जुटे हैं। मंदिर के चौक में बने गिर्राज पूजन स्थल और तुलसी महारानी स्थल को भव्यता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर की तिवाड़ी में स्वामी हरिदास महाराज और प्रभु श्रीकृष्ण की लीलाओं को संगमरमर पर उकेरा गया है। फर्श की मरम्मत और छत के पुराने पत्थरों के जोड़ों को भरा जा रहा है।

चंदन घिसाई दिन-रात जारी-प्रभु के चंदन लेपन कार्य के लिए चंदन की घिसाई सेवायतों द्वारा दिन-रात की जा रही है। चंदन में गुलाबजल, केसर और सुगंधित इत्र का प्रयोग किया जा रहा है। इसके बड़े-बड़े गोले बनाकर प्रभु के चरणों में अर्पित किए जाएंगे।

सप्त देवालयों में भी होंगे सर्वांग दर्शन- सप्तदेवालयों राधारमण, राधाबल्लभ, राधादामोदर, राधागोङ्क्षवद, राधाश्याम सुंदर, राधागोपीनाथ और गोकुलानंद मंदिर में भी प्रभु अक्षय तृतीया पर भक्तों को सर्वांग दर्शन देंगे। उन्हें चोटी से लेकर चरण तक चंदन का लेप कर शीतलता प्रदान की जाएगी। श्रंगार भी चंदन का होगा।

लगेगा सत्तू, फलों के शरबत का भोग- अक्षय तृतीया पर ठा. बांके बिहारी को सत्तू और मेवायुक्त फलों के शरबत का भोग लगाया जाएगा। यह शीतल भोग सेवा अक्षय तृतीया से एक महीने तक जारी रहेगी। शीतल भोग में फलों का शर्बत, चना-मूंग की भीगी दाल, काजू-किसमिस मिश्रित दही बड़ा और दही के अन्य व्यंजन परोसे जाएंगे।

धारण करेंगे वंशी, मुकुट और पैजनियां- राधारमण मंदिर के सेवायत मन्माध्वगौड़ेश्वराचार्य गुरु शरद गोस्वामी और बांके बिहारी मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन प्रभु मुकुट, वंशी, पैजनियां, कुंडल और हार धारण करेंगे। राधारमण मंदिर के सेवायत मन्माध्वगौड़ेश्वराचार्य गुरु शरद गोस्वामी और बांके बिहारी मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन प्रभु मुकुट, वंशी, पैजनियां, कुंडल और हार धारण करेंगे।

बांके बिहारी मंदिर में प्रात- 7.45 बजे से दोपहर 12 बजे तक चरण दर्शन। शाम 5.30 बजे से 9.30 बजे तक सर्वांग दर्शन।

ठा.राधारमण मंदिर में दोपहर एक बजे से दो बजे और शाम को 5.30 बजे से 7.30 बजे तक सर्वांग दर्शन होंगे।

ठा.राधादामोदर मंदिर में शाम छह बजे से रात 10 बजे तक सर्वांग दर्शन।


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