अक्षय तृतीया पर बांकेबिहारी के आज होंगे सर्वाग दर्शन
मंगलवार को अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांके बिहारी का नया रूप दिखेगा। ठाकुरजी हीरे-जवाहरात के बेशकीमती आभूषण धारण कर भक्तों को चरण दर्शन और सर्वांग दर्शन देंगे। वर्ष में एक बार आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश दुनिया से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो
वृंदावन। मंगलवार को अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांके बिहारी का नया रूप दिखेगा। ठाकुरजी हीरे-जवाहरात के बेशकीमती आभूषण धारण कर भक्तों को चरण दर्शन और सर्वांग दर्शन देंगे। वर्ष में एक बार आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश दुनिया से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। सोमवार शाम से ही शहर में वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। ये व्यवस्था मंगलवार को भी लागू रहेगी। मंदिर परिसर से लेकर पूरे वृंदावन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
सप्त देवालयों में ठाकुरजी के सर्वांग दर्शन- राधाबल्लभ मंदिर, राधादामोदर, राधाश्यामसुंदर, गोङ्क्षवद, गोपीनाथ, मदनमोहन, राधारमण मंदिर समेत करीब पांच हजार मंदिरों में ठाकुरजी चंदन लेपन कर भक्तों को सर्वांग दर्शन देंगे।
यहां जमा कर सकेंगे सामान। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वीआइपी पार्किंग, विद्यापीठ चौराहा, राधासनेह बिहारी मंदिर, दाऊजी तिराहा, किशोरपुरा में अमानती सामान घर और जूता घर बनाए गए हैं।
वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी, यहां पार्किंग- श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर मंगलवार को शहर में वाहन प्रवेश पर पाबंदी होगी। छटीकरा मार्ग पर रुक्मिणी विहार, मथुरा मार्ग पर ब्रजवासी आहता, पानीगांव पक्केपुल के निकट खादर में छोटे-बड़े वाहनों को खड़ा कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु रिक्शा आदि से मंदिर तक पहुंचेंगे।
प्रवेश और निकास द्वार अलग-अक्षय तृतीया पर ठा. बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालु प्रवेश द्वार संख्या 2 व 3 से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। जब कि गेट नं. 1 व 4 से निकासी होगी। विद्यापीठ चौराहा, बनखंडी, किशोरपुरा से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या 3 से और वीआईपी मार्ग से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या 2 से मंदिर में प्रवेश करेंगे।
वृंदावन में सोमवार रात ठा. बांके बिहारी मंदिर रंगबिरंगी रोशनी से चमकेंगे। अक्षय तृतीया पर ठाकुरजी चंदन लेप के साथ धोती दुपट्टा धारण करेंगे। उनके चरणों में चंदन के लड्डू रखे जाएंगे। सुबह पौने आठ से साढ़े बारह बजे तक चरण चरण दर्शन होंगे। इसके बाद शाम को साढ़े पांच बजे से रात साढ़े नौ बजे तक सर्वांग दर्शन होंगे।अक्षय तृतीया को लेकर मंदिर प्रबंधन ने बांके बिहारी के बाहर और भीतर बेहतरीन सजावट की है। मंदिर के बाहर रंगबिरंगी रोशनी और झालर लगाई गई हैं। शाम को अंधेरा होते ही सोमवार को मंदिर जगमगा उठा।