कुंभ मेला: गंगा घटे, तो बढ़ें कदम
संगम नगरी में इस बार आयोजित होने वाले कुंभ मेले की भव्यता का अंदाजा इसके क्षेत्रफल से भी लगाया जा सकता है। मेला क्षेत्र को 14 सेक्टरों में बांटा जाएगा। 18 पांटून पुल बनेंगे।
इलाहाबाद। संगम नगरी में इस बार आयोजित होने वाले कुंभ मेले की भव्यता का अंदाजा इसके क्षेत्रफल से भी लगाया जा सकता है। मेला क्षेत्र को 14 सेक्टरों में बांटा जाएगा। 18 पांटून पुल बनेंगे। चकर्ड प्लेट की तकरीबन 120 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी। फिलहाल मेला प्रशासन गंगा के घटने का इंतजार कर रहा है।
गंगा नदी का जलस्तर घटते ही संगम के किनारे समतलीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा। इस कार्य को प्रारंभ करने के लिए फिलहाल 15 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की गई है। समतलीकरण के बाद पांटून पुलों को बनाने और चकर्ड प्लेटों को बिछाने का कार्य होगा। इसी दौरान सड़कों के नए नामकरण के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी।
आम सहमति बनने पर काली सड़क, मोरी सड़क और संगम नोज आदि के नाम परिवर्तित करके गंगा, यमुना और शिव के नाम पर रखे जाएंगे। परेड ग्राउंड में पार्किंग बनाने की योजना है। विभिन्न विभागों के शिविर भी लगेंगे। अपर मेलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि गंगा का जलस्तर घटते ही सभी तैयारियां गति पकड़ लेंगी।
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