इस एतिहासिक मंदिर पर आज बरसेंगे अखरोट
एतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में बैकुंठ चौदस पर्व पर मंगलवार सायं अखरोटों की बारिश की जाएगी। मंदिर कमेटी के सदस्यों की मानें तो मंगलवार को होने वाले बैकुंठ चौदस के पावन पर्व पर 11,000 अखरोटों की बारिश की जाएगी। मंदिर कमेटी के अधिकारी एवं तहसीलदार विचित्र सिंह ने बताया कि
बैजनाथ । एतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में बैकुंठ चौदस पर्व पर मंगलवार सायं अखरोटों की बारिश की जाएगी। मंदिर कमेटी के सदस्यों की मानें तो मंगलवार को होने वाले बैकुंठ चौदस के पावन पर्व पर 11,000 अखरोटों की बारिश की जाएगी। मंदिर कमेटी के अधिकारी एवं तहसीलदार विचित्र सिंह ने बताया कि पिछले कई सालों से शिव मंदिर में अखरोटो की बारिश की जाती है। मंदिर में सैकड़ों भक्त इन अखरोटों को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। उन्होंने बताया कि आयोजन के संबंध में मंदिर कमेटी की ओर से सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार शंकासुर नामक राक्षस ने देवताओं पर जीत हासिल की पर वह देवताओं की शक्ति से पार न पा सका। जब उसे पता चला के देवता वेद मंत्रों के कारण उस पर भारी पड़ रहे हैं तो राक्षस ने वेद मंत्रों को छीनकर जल में प्रवाहित कर दिया। इसके बाद भगवान विष्णु ने मत्स्य का रूप धारण कर वेद मंत्रों को वापस लाकर देवताओं को सौंपा था। इस खुशी में पहले हीरे जवाहरात की बारिश की जाती थी। इसे लेकर ही वर्तमान में मंदिर में अखरोटों की बारिश की जाती है।
मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि इस बार मंदिर कमेटी की ओर से 11 हजार अखरोटों की बारिश सायंकाल होने वाली आरती के बाद की जाएगी।