जानें अन्नकूट 2017 पूजा की विधि और मुहूर्त के बारे में
दीपावली के दूसरे दिन अन्नकूट या गोवर्धन की पूजा की जाती है। आइये जाने इस बार क्या है पूजा की उचित विधि और सही मुहूर्त।
कब होती है गोवर्धन पूजा
हर साल गोवर्धन पूजा कार्तिक माह की प्रतिपदा तिथि को यानि दीवाली के अगले दिन होती है। इसकी शुरूआत द्वापर युग से होना बताया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र के अंहकार को भंग किया था।
ऐसे करें पूजा
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहते हैं। इस दिन भगवान को 56 प्रकार के भोग लगाने की परंपरा है। ब्रज का ये सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस पूजा में विभिन्न प्रकार के फल, मिष्ठान और अन्न से बने व्यंजनों से भगवान कृष्ण का भोग लगाया जाता है। इस भोजन में कढ़ी, मेवे की खीर और ज्यादा से ज्यादा प्रकार के साग और सब्जी को मिला कर तैयार की गई मिश्रित सब्जी का सबसे ज्यादा महत्व होता है। गोवर्धन के प्रतीक स्वरूप गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है और उसकी धूप, दीप और पुष्प से पूजा की जाती है।
ये है पूजन का समय और मुहूर्त
इस बार गोवर्धन पूजा 20 अक्टूबर को मनायी जायेगी। इसके लिए प्रतिपदा तिथि का प्रारम्भ 19 अक्टूबर को 15:11 बजे से होगा और तिथि समाप्त 20 अक्टूबर को 16:07 बजे होगी। पूजा के सर्वोत्म मुहूर्त प्रातःकाल 07:22 से 9: 29 तक करीब 2 घंटे 6 मिनट तक रहेगा।