जानें यहां सिर के बल क्यों खड़ी है हनुमान जी की प्रतिमा
विश्व में हनुमान जी के हजारों मंदिर हैं पर उनमें से कुछ बहुत खास हैं। हम आप को एक ऐसे ही प्रचीन मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो विश्व में इकलौता है।
यहां से हनुमान जी गये थे पाताल लोक
विश्व में उल्टे हुनुमान जी का एक ही प्रचीन मंदिर है जहां हनुमान जी की प्रतिमा उल्टी लगी है। यह अनोखा मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के सांवेर में हैं । यहां पर बजरंगबली की उलटी मूर्ति की पूजा करने के पीछे एक खास रहस्य छिपा है। माना जाता है यह मंदिर रामायण काल के समय का है। इस मंदिर में भगवान हनुमान की उल्टे मुख वाली मूर्ति विराजमान है। रामायण काल में रावण से युद्घ के दौरान अहिरावण ने धोखे से श्रीराम व लक्ष्मण को मूर्छित कर अपने साथ पाताल ले गया था। भगवान हनुमान उन्हें खोजते हुए पाताल लोक चल गए।
मंदिर में लगे हैं सौ साल पुराने पेंड़
पाताल लोक में भगवान हनुमान ने अहिरावण से युद्घ करके उसका वध किया था। जहां पर यह मंदिर बना हुआ है उसी जगह से भगवान हनुमान पाताल लोक गए थे। उस समय उनके पांव आकाश की ओर से और सिर धरती की ओर था। जिस कारण इन्हें पाताल विजय हनुमान कहा जाता है। मंदिर में भगवान हनुमान के साथ भगवान श्री राम, लक्ष्मण जी और देवी सीता की भी मूर्तियां स्थापित हैं। साथ ही इस मंदिर के परिसर में हरसिंगार के दो पुराने पेड़ भी स्थित है। जिनकी उम्र 100 सालों से भी अधिक मानी जाती है।