शनिदेव मंदिर के द्वार पर लगी भक्तों की कतार
श्रद्धा भक्तों के मन में बसी वह भावना है जो उन्हें अपने आराध्य देव के आशीर्वाद और दर्शन मात्र से असीम शांति प्रदान करती है। यही कारण है कि हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर बने अनेक धार्मिक स्थलों पर भक्तों का तांता लगा रहता है। पानीपत जिले के समालखा कस्बे में कृष्णा कॉलोनी में स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर में भी शनिद
श्रद्धा भक्तों के मन में बसी वह भावना है जो उन्हें अपने आराध्य देव के आशीर्वाद और दर्शन मात्र से असीम शांति प्रदान करती है। यही कारण है कि हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर बने अनेक धार्मिक स्थलों पर भक्तों का तांता लगा रहता है। पानीपत जिले के समालखा कस्बे में कृष्णा कॉलोनी में स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर में भी शनिदेव की पूजा करने व आशीर्वाद लेने के लिए दूर-दराज से आने वाले भक्तों की कतारें लगी रहती हैं। श्रद्धालुओं की अगाध आस्था का केंद्र बने इस मंदिर का निर्माण पंडित रूलियाराम चुलकाना वाले द्वारा करवाया गया था। पंडित रूलियाराम द्वारा ज्योतिष कार्य करने के कारण यहां श्रद्धा से आने वालों की भीड़ जुटी रहती थी इसलिए उन्होंने घर के बाहर ही मंदिर का निर्माण करवाया जिसमें शनिदेव की भव्य प्रतिमा को स्थापित किया गया। मंदिर में शनिदेव प्रतिमा के दायीं ओर दुर्गा व बायीं ओर हनुमान प्रतिमा तथा आगे शिवलिंग को स्थापित किया गया है।
जो श्रद्धालु ज्योतिष समाधान के लिए यहां आते वे मंदिर में भी नतमस्तक होते। धीरे-धीरे इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई। रूलियाराम के पंचतत्व में विलीन होने के बाद अनके पुत्र पंडित राजकुमार ने इस मंदिर का कार्यभार संभाला। वे स्वयं वास्तु ऋषि के रूप में विख्यात हैं। इस मंदिर की दीवारों व छत पर कांच के टुकड़ों से की गई अनूठी नक्काशी भी श्रद्धालुओं को अभिभूत कर देती है। इस मंदिर में कृष्णा कॉलोनी निवासी सोहन लाल द्वारा श्रद्धावश शिव परिवार की स्थापना भी करवाई गई है। शनि जयंती को यहां पर आयोजित किए जाने वाले हवन व भंडारे में दूर-दूर से अनेक श्रद्धालु आते हैं। पंडित राजकुमार का कहना है कि शनिदेव हर श्रद्धालु की मनोकामना पूर्ण करते हैं, यही कारण है कि यहां असंख्य श्रद्धालु शनिदेव का आशीर्वाद लेने आते हैं।