Move to Jagran APP

जय-जय गंगे

जीवन दायिनी गंगा का तट बुधवार की शाम बधाईयों से गूंज उठा।

By Edited By: Published: Thu, 31 May 2012 12:37 PM (IST)Updated: Thu, 31 May 2012 12:37 PM (IST)
जय-जय गंगे

वाराणसी। जीवन दायिनी गंगा का तट बुधवार की शाम बधाईयों से गूंज उठा। पथरीली सीढिय़ों पर सुर-लय- ताल की समानांतर त्रिवेणी बही। दोनों में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। इस स्नान में तन सवेरे भींगा था तो दूसरे में मन। निहाल हो मानस मंदिर में मइया की स्नेहमयी झांकी सजायी और रच-रच कर श्रृंगार किया। पूजन अनुष्ठान, दूध से अभिषेक तो विधि-विधान से अनगिन दीप भी दान किए। महाआरती कर सलिला का गौरव गान भी किया।

prime article banner

मौका था गंगा अवतरण दिवस दशहरा का। इस मौके पर अलग-अलग घाटों पर विभिन्न संस्थाओं ने श्रद्धावनत आयोजन किए। गंगोत्री सेवा समिति ने दशाश्वमेध घाट (संलग्न शीतला मंदिर) के सामने गंगधार में बजड़े पर मंच सजाया। यहां झारखंड निवासी बाबा बलराम शरण ने जल पर बैठ यौगिक क्रिया का प्रदर्शन किया। हाथ पांव बांधे गीता पाठ करते योगी ने 15 मिनट के प्रदर्शन में विभोर कर दिया। अमलेश शुक्ल व विजय कपूर ने भजनों से भगवती को अवतरण दिवस की बधाई दी। इससे पहले वैदिक रीति से पूजन, 108 लीटर दूध से गंगा का अभिषेक व विराट महाआरती की गयी। मुख्य अतिथि हथियाराम पीठ के महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति ने आशीवर्चन दिए। पीएसी के डीआईजी अखिलेश्वर राम मिश्रा व गुरुद्वारा गुरुबाग के मुख्य ग्रंथी भाई सुखदेव सिंह विशिष्ट अतिथि थे। संचालन कन्हैया त्रिपाठी, अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष किशोरी रमण दूबे बाबू महाराज ने किया। गंगा सेवा निधि ने डॉ. आरपी घाट से संलग्न दशाश्वमेधघाट पर मंच लगाया। यहां रेवती साकलकर ने गंगा द्वारे बाजे बधइया.., टेर सुनो मोरी भगवती महरानी. समेत कई गीतों से गंगा के प्रति भाव अर्पण किया। पं. माता प्रसाद व रूद्र शंकर ने कथक में गंगावतरण, शिवतांडव व आनंद तांडव की झांकी सजायी। इससे पहले मां गंगा का पूजन, दुग्धाभिषेक व महाआरती की गयी। उद्यमी स्व. दीनदयाल जालान को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी गयी। स्वागत संस्था के संस्थापक अध्यक्ष सत्येंद्र मिश्र मन्नन महाराज, संचालन सलीम राजा व धन्यवाद ज्ञापन श्यामलाल सिंह ने किया।

जाह्नवी सेवा समिति की ओर से पुराना अस्सी घाट पर महाआरती की गयी। 11 बटुक ब्रांाणों ने गंगा नाम सहस्त्रार्चन पूजन व आरती उतारी। बच्चू शुक्ला व मंजय कुमार ने भजन पेश किए। बनारस बीड्स के अजीत गुप्ता मुख्य अतिथि व भूप नारायण सिंह विशिष्ट अतिथि थे। गोपाल शुक्ला, गोविंद शुक्ला, त्रिलोकी शुक्ला ने संयोजन व संचालन चकाचौंध ज्ञानपुरी ने किया। यहां घाट पर गंगा पुत्र जन कल्याण समिति ने मां गंगा की प्रतिमा स्थापित की। काशी गंगा सेवा समिति ने गायघाट गोप्रेक्षा तीर्थ पर महाआरती की। बटुकों ने चंद्रनमस्कार का प्रदर्शन किया। मनीष पांडेय की देखरेख में भंडारा व प्रसाद का वितरण किया गया। जायसवाल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्री प्रसाद जायसवाल ने संयोजन किया। गौरी केदार सेवा समिति ने केदारघाट पर गंगा दशहरा मनाया और गंगा की अविरलता-निर्मलता का संकल्प लिया। सोशल रिलीफ फाउंडेशन की ओर से भोजूबीर रामलीला मैदान में गंगा दशहरा का आयोजन किया। केंद्रीय देवदीपावली महासमिति ने भैंसासुर घाट (राजघाट) पर संगोष्ठी की। नगर आयुक्त प्रमोद पांडेय मुख्य अतिथि थे, अध्यक्षता वागीशदत्त मिश्र व धन्यवाद ज्ञापन पद्माकर शास्त्री ने किया। रामनगर प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय बलुआघाट पर मां गंगा दैनिक आरती सेवा समिति ने गंगा पूजन व दुग्धाभिषेक किया। संयोजक श्रीनारायण द्विवेदी डंडा गुरु ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK