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व्यक्तिगत समस्याएं

मेरी उम्र 50 वर्ष है। हाल ही में एक सर्जरी के लिए मेडिकल चेकअप हुआ तो शुगर लेवल फास्टिंग में 450 आया। इससे पहले कभी समस्या नहीं हुई थी, लिहाज़्ाा जांच भी नहीं कराई थी। हालांकि पिछले एक वर्ष से कुछ शारीरिक समस्याएं हो रही थीं, सेक्स में रुचि भी

By Edited By: Published: Mon, 24 Nov 2014 11:26 AM (IST)Updated: Mon, 24 Nov 2014 11:26 AM (IST)
व्यक्तिगत समस्याएं

मेरी उम्र 50 वर्ष है। हाल ही में एक सर्जरी के लिए मेडिकल चेकअप हुआ तो शुगर लेवल फास्टिंग में 450 आया। इससे पहले कभी समस्या नहीं हुई थी, लिहाज्ाा जांच भी नहीं कराई थी। हालांकि पिछले एक वर्ष से कुछ शारीरिक समस्याएं हो रही थीं, सेक्स में रुचि भी कम हो गई थी। कुछ समय से प्री-इजैक्युलेशन से भी जूझ रहा हूं। अब ट्रीटमेंट के बाद शुगर स्तर 200-250 तक आ रहा है। एलोपैथी से कमज्ाोरी बहुत हो रही है और सेक्स समस्याएं भी बढ गई हैं। जानना चाहता हूं कि क्या शुगर लेवल ठीक होने के बाद दवाएं बंद की जा सकती हैं? क्या ट्रीटमेंट के दौरान सेक्स संबंध बनाए जा सकते हैं? लंबे समय तक दवाएं लेने से क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

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सी.के., रोहतक

डायबिटीज्ा बहुत गंभीर रोग है, जिससे कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसका प्रभाव पूरे शरीर पर पडता है और ख्ाासतौर से ब्रेन, हार्ट, किडनी, लिवर और रक्त नलिकाओं को इससे नुकसान हो सकता है। इसलिए आपके लिए यह ज्ारूरी है कि शुगर लेवल को नियंत्रित रखें और डॉक्टर या डायबेटोलॉजिस्ट के निरंतर संपर्क में रहें। चूंकि शुगर की समस्या से नव्र्स और रक्त नलिकाओं पर भी प्रभाव पडता है, इसलिए इस बीमारी में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन आम परेशानी है। निराश न हों, अपना पूरा इलाज कराएं और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।

मेरी उम्र 32 वर्ष है। शादी को चार साल हुए हैं। सेक्स डिज्ाायर्स हैं, मगर जब भी कोशिश करता हूं, विफल हो जाता हूं। अभी कोई बच्चा नहीं है। लेकिन जल्दी ही हम इसकी प्लानिंग करना चाहते हैं। मुझे बताएं कि मेरी समस्या का कारण क्या हो सकता है?

ए.के.,दरभंगा

आपके सवाल से ऐसा लगता है कि आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से ग्रस्त हैं। इसके लिए आप किसी यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। हो सकता है, कुछ सामान्य दवाओं से आपको फायदा हो जाए, अगर नहीं होता तो अपनी पूरी जांच कराएं, तभी पता चल सकेगा कि वास्तविक समस्या क्या है।

मेरी उम्र 30 साल है। तीन वर्ष पहले अरेंज्ड मैरिज हुई थी। हाल ही में बेटी हुई है। सेक्स संबंधों के लिए अभी ख्ाुद को तैयार नहीं कर पाती। समस्या पति की सेक्स सनक से है। वह रोज्ा सेक्स संबंध बनाना चाहते हैं और कई बार मुझे पोर्न मूवीज्ा देखने के लिए मजबूर करते हैं। उनकी इन आदतों के कारण सेक्स में मेरी दिलचस्पी और कम होती जा रही है। मेरे मना करने पर वह नाराज्ा हो जाते हैं और कई दिन तक बोलते नहीं। कभीकभार वह मेरी बात मानते हैं, लेकिन फिर उनका रवैया पहले जैसा ही हो जाता है। उनकी इस आदत के कारण कभी-कभी मेरे मन में तलाक का ख्ायाल आने लगा है। मैं बहुत परेशान हूं, कृपया बताएं कि क्या करूं?

के.,दिल्ली

आपने अपनी बेटी की उम्र के बारे में नहीं लिखा है। सेक्स की इच्छा न होने का कोई वाजिब कारण होना चाहिए। आपके पत्र से लगता है कि इस स्तर पर आप थोडा स्वार्थी हैं। सेक्स एक शारीरिक ज्ारूरत है और कई बार मेल डिज्ाायर्स नियंत्रित नहीं हो पाती हैं। आपको अपने पति के साथ सहयोग करना चाहिए, अन्यथा आपके वैवाहिक जीवन में समस्या पैदा हो सकती है। यदि आप ख्ाुश रहना चाहती हैं और अपनी बेटी को माता-पिता दोनों का प्यार देना चाहती हैं तो सेक्स संबंधों से परहेज्ा न करें।

मेरी उम्र 25 वर्ष है। शादी को एक साल हुआ है। सेक्स संबंधों के दौरान पति कॉण्डोम का इस्तेमाल नहीं करते। मगर मैं अभी बच्चा नहीं चाहती, इसलिए डरती हूं कि कहीं प्रेग्नेंट न हो जाऊं। इस कारण मैं सेक्स संबंधों को एंजॉय भी नहीं कर पाती। क्या मैं कंट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल कर सकती हूं? इनके क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं?

जी.एल.के.,लखनऊ

लंबे समय तक कंट्रासेप्टिव पिल्स के प्रयोग से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे, वज्ान बढऩा, मेंस्ट्रुअल समस्याएं या हार्ट प्रॉब्लम्स। जबकि बैरियर कंट्रासेप्टिव्स जैसे कॉण्डोम, वजाइनल डायफ्राम्स के साइड इफेक्ट्स कम हैं। इंट्रायूटरिन कंट्रासेप्टिव डिवाइस (आइयूसीडी) भी कारगर और कम नुकसानदेह डिवाइस है। आपको किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से इस बारे में बात करनी चाहिए, ताकि हर पहलू पर विचार करने के बाद सही कंट्रासेप्टिव का चयन कर सकें।

मेरी उम्र 35 वर्ष है। सेक्स संबंधी समस्याएं थीं। आपने अपने कॉलम में डिपोक्ज्िाटीन 30 एमजी लेने को कहा था। मैंने यह दवा ली, मगर इससे सिर भारी रहने लगा। कई बार चलते हुए सांस फूलने लगती है। मैंने पिछले पत्र में लिखा था कि मुझे ब्लड प्रेशर की शिकायत है। इसकी दवा ले रहा हूं। मैं प्री-इजैक्युलेशन की समस्या से जूझ रहा हूं। कृपया बताएं कि सांस फूलना या सिर दर्द रहना दवा का साइड इफेक्ट है या फिर इसकी कोई दूसरी वजह हो सकती है?

आर.पी., बंगलुरू

ऐसा लगता है कि आपको डिपोक्ज्िाटीन के कुछ साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं, जो आमतौर पर नहीं होते। इस दवा को बंद कर दें और सेक्स संबंधों के दौरान 'इंटरप्शन थेरेपी शुरू करें। जैसे ही इजैक्युलेशन होने को हो, आप तुरंत अपने प्राइवेट पार्ट पर अंगूठे से दबाव डालें। इसके अलावा इजैक्युलेशन से ठीक पहले स्क्रोटम (अंडकोष) पर भी तेज्ा चिंकोटी काटें। इससे इजैक्युलेशन कुछ समय के लिए टल सकता है। इससे कुछ समय बाद आपका इजैक्युलेशन टाइम ठीक हो सकता है। आमतौर पर इस प्रक्रिया से लोगों को लाभ होते देखा गया है।

...कुछ और बेहतर हो जाएंगे सेक्स संबंध

सेक्स संबंधों को सहज और बेहतर बनाने की कवायद हमेशा से होती रही है। कॉण्डोम पर भी रिसर्च जारी है। अब शोधकर्ता ऐसे नेक्स्ट जेनरेशन कॉण्डोम बनाने पर शोध कर रहे हैं, जो त्वचा जैसा ही एहसास दें। इस बडे प्रोजेक्ट को बिल गेट्स फाउंडेशन की आर्थिक मदद मिलेगी। यह बेहद संवेदनशील मसला है। मौजूदा कॉण्डोम लेटेक्स के हैं, जो बहुत सुविधाजनक नहीं हैं, मगर अब इसे बनाने में हाइड्रोजेल का प्रयोग किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया की वूलॉन्गॉन्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि हाइड्रोजेल के प्रयोग के बाद कॉण्डोम मुलायम मगर मज्ाबूत बन जाएंगे और ये रीअल स्किन जैसा ही एहसास देंगे।

डॉ. राजेंद्र यादव


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