व्यक्तिगत समस्याएं
मेरी उम्र 34 वर्ष है। सेक्सुअल हेल्थ परफेक्ट है। दो बच्चे हैं। जानना चाहती हूं कि अगर सब कुछ सामान्य हो तो भी क्या पेल्विक जांच या पैप स्मीयर टेस्ट कराया जाना चाहिए? मुझे पता चला है कि यह जांच पेनफुल होती है। कृपया बताएं कि यह क्यों जरूरी है और इसे किस उम्र में कराया जाना चाहिए?
मेरी उम्र 34 वर्ष है। सेक्सुअल हेल्थ परफेक्ट है। दो बच्चे हैं। जानना चाहती हूं कि अगर सब कुछ सामान्य हो तो भी क्या पेल्विक जांच या पैप स्मीयर टेस्ट कराया जाना चाहिए? मुझे पता चला है कि यह जांच पेनफुल होती है। कृपया बताएं कि यह क्यों जरूरी है और इसे किस उम्र में कराया जाना चाहिए?
एच.वी., पटना
पैप स्मीयर टेस्ट जरूरी है। खासतौर पर भारत में, जहां हर साल सर्वाइकल कैंसर के मामले बढते जा रहे हैं। लगभग 30 की उम्र पार करने के बाद हर विवाहित या सेक्सुअल संबंध बनाने वाली स्त्री को वर्ष में एक बार यह टेस्ट अवश्य कराना चाहिए। यह सामान्य रूप से ओपीडी में ही किया जाने वाला टेस्ट है और इसमें कोई दर्द नहीं होता।
मेरी उम्र 27 है। हाल ही में शादी हुई है। सेक्स संबंध नॉर्मल नहीं हो पा रहे हैं। मुझे इंटरकोर्स के दौरान बहुत दर्द होता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाने पर उन्होंने सलाह दी कि मुझे सेक्स थेरेपी लेनी चाहिए। यह क्या है और क्या इससे सेक्स लाइफ बेहतर हो सकती है? मुझे इससे थोडा डर लग रहा है।
के.डी.,पुणे
सेक्स के मनोवैज्ञानिक पहलू को समझने के लिए ही सेक्स थेरेपी दी जाती है। ज्यादातर मामलों में यंग कपल्स को सेक्सुअल इंटरकोर्स के बारे में बताया जाता है ताकि वे सेक्स को एंजॉय कर सकें। सेक्स संबंध तभी बेहतर होंगे, जब सेक्स की इच्छा होगी। फोरप्ले से प्राइवेट पार्ट्स में जरूरी ल्युब्रिकेशन होता है, जो सेक्स क्रिया को पीडारहित और आनंददायक बनाने में भूमिका निभाता है। इसके अलावा ल्युब्रिकेंट्स की मदद भी ली जा सकती है। इसमें पति का सहयोग भी अपेक्षित है। उन्हें आपकी परेशानी समझनी होगी। इस थेरेपी के बावजूद यदि समस्या नहीं सुधरती तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
मेरी उम्र 48 वर्ष है। मेनोपॉज के दौर से गुजर रही हूं। डॉक्टर ने हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने की सलाह दी है। इसके बारे में कई तरह की विरोधाभासी बातें सुनती-पढती हूं। क्या यह सही है? क्या इसके साइड इफेक्ट्स होते हैं? मुझे बताएं कि यह क्यों जरूरी है और किन स्थितियों में इसे कराना जायज है?
आर.सी., गुवाहाटी
हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी पोस्ट मेनोपॉज के दौरान उन स्त्रियों को दी जाती है, जिनमें फीमेल हॉर्मोस कम होने लगते हैं। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं। ऐसी कोई भी थेरेपी लेने से पहले डॉक्टर से हर पहलू पर खुल कर बात करें और अपनी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में बताएं। ट्रीटमेंट के दौरान भी लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहें ताकि कोई भी बडा बदलाव दिखे या कोई समस्या हो तो उसका तुरंत इलाज किया जा सके।
मेरी उम्र 29 वर्ष है। अविवाहित हूं। पिछले दिनों गलती से किसी से सेक्स संबंध बन गए। हालांकि इसमें हमने पूरी सुरक्षा अपनाई थी, मगर तब से मैं बहुत डर गई हूं। मुझे अपने डर से निकलने के लिए क्या करना चाहिए? क्या मुझे कुछ मेडिकल टेस्ट कराने चाहिए?
आर.पी., बंगलुरू
यह सच है कि असुरक्षित सेक्स संबंध हमेशा खतरे का कारण बन सकते हैं। इनसे एचआइवी, सिफलिस या अन्य कई यौन समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे संबंध तब और भी खतरनाक हो सकते हैं जब किसी स्त्री के एक से ज्यादा सेक्स पार्टनर हों। हालांकि आपने लिखा है कि संबंधों के दौरान आपने सावधानी बरती थी। फिर भी संदेह की पुष्टि के लिए आप किसी यूरोलॉजिस्ट से जांच करा सकती हैं। ताकि यदि कोई इन्फेक्शन हो तो उसे आरंभिक चरण में पकडा जा सके।
मेरी शादी को तीन साल हो चुके हैं। मगर अब तक सही ढंग से सेक्स संबंध नहीं बना सका हूं। कोई बीमारी नहीं है और न ही सेक्स डिजायर्स में कमी है। फिर मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है? क्या मुझे किसी तरह के मेडिकल चेकअप की जरूरत है?
आर.के.,नजीबाबाद
आपने इरेक्शन संबंधी जानकारी नहीं दी है। क्या आपके प्राइवेट पार्ट में पूरा इरेक्शन होता है? अगर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन नहीं है तो संभव है कि आपकी पत्नी को प्रॉब्लम हो। वजाइना टाइट होने की स्थिति में भी सेक्स संबंधों में समस्या आ सकती है। यह समस्या सेक्स के प्रति भय, हिचक या ल्युब्रिकेशन की कमी से भी हो सकती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए यूरोलॉजिस्ट और गाइनी प्रॉब्लम के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें।
मैं छोटे शहर की मध्यवर्गीय लडकी हूं। पति पढे-लिखे और शहरी व्यक्ति हैं। हमारी अरेंज्ड मैरिज हुई है। पति ने पहले ही दिन मुझसे कहा कि यह शादी उनकी पसंद से नहीं हुई है। वह मुझसे खिंचे-खिंचे रहते हैं। शादी के तीन महीने बाद भी हमारे बीच संबंध नहीं बने हैं। मैंने उनसे खुलकर बातचीत की मगर वह कोई बात नहीं करना चाहते। घर वापस जाऊं तो मेरी वजह से छोटी बहन के लिए समस्या हो सकती है। कृपया मुझे जल्दी कोई रास्ता बताएं।
सी.रा., चेन्नई
यह एक सामाजिक समस्या है। ऐसा लगता है कि अलग-अलग परिवेश से आने के कारण आप दोनों के बीच एडजस्टमेंट नहीं हो पा रहा है। सेक्स स्तंभ के तहत इसका जवाब देना संभव नहीं है, यहां हम मेडिकल प्रॉब्लम्स के बारे में ही बता सकते हैं। फिर भी आपको यही सलाह है कि हिम्मत न खोएं और थोडा धैर्य रखें। पति के मन में यह बात बिठा दें कि आप उनके हिसाब से खुद को ढाल सकती हैं। उनकी पसंद-नापसंद के बारे में जानें, उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करें। साथ ही अपने माता-पिता और ससुराल पक्ष की भी मदद लें, तभी यह समस्या सुलझ सकती है।
बढती उम्र में भी सुखद हो सकते हैं सेक्स संबंध क्या बढती उम्र सेक्स क्रिया में बाधक है? इसे लेकर काफी शोध और अध्ययन किए गए हैं। समय-समय पर हुए ये शोध कहते हैं कि सीनियर सिटीजंस की सेक्स लाइफ में उम्र से अधिक सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों का प्रभाव पडता है। साइंस और सेक्सएक्सपर्ट्स मानते हैं कि व्यक्ति हर उम्र में सेक्स को एंजॉय कर सकता है, लेकिन अमूमन दंपती उम्र बढने के साथ-साथ इसमें दिलचस्पी खोने लगते हैं। यह एक मिथक है कि उम्र के साथ सेक्स डिजायर्स घटने लगती हैं। आमतौर पर सीनियर लोग सेक्स को लेकर भ्रम के शिकार हो जाते हैं और वे स्वयं यह मानने लगते हैं कि अब सेक्स के लिए उनकी उम्र अधिक हो गई है। इससे डिजायर्स में कमी आती है।
डायरेक्टर (यूरोलॉजी)
डॉ. राजेंद्र यादव