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दुनिया इन दिनों

क्या आपने कभी हवा से बात करती हुई ट्रेन की सवारी की है? अगर नहीं तो जल्द ही आप इसका आनंद उठा सकेंगे। दुनिया में जिस तरह तेजी से नई-नई तकनीकें विकसित हो रही हैं, उसी श्रेणी में अब ट्र्रेन भी हवाई जहाज जितनी तेज गति से चलेगी।

By Edited By: Published: Thu, 29 Dec 2016 03:49 PM (IST)Updated: Thu, 29 Dec 2016 03:49 PM (IST)
दुनिया इन दिनों
हवा से बात करेगी यह ट्रेन क्या आपने कभी हवा से बात करती हुई ट्रेन की सवारी की है? अगर नहीं तो जल्द ही आप इसका आनंद उठा सकेंगे। दुनिया में जिस तरह तेजी से नई-नई तकनीकें विकसित हो रही हैं, उसी श्रेणी में अब ट्र्रेन भी हवाई जहाज जितनी तेज गति से चलेगी। हाल ही में यूएस की एक कंपनी हाइपरलूप ने एक ऐसी ही ट्रेन बनाई है, जो सिर्फ 12 मिनट में 150 किमी कि दूरी तय करेगी, जबकी इतनी दूरी तय करने में किसी भी ट्रेन को 1 घंटे 25 मिनट लगते हैं। यह हाई स्पीड ट्रेन दुबई से अबूधाबी के बीच चलेगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो ये ट्रेन दुनिया की पहली हाई स्पीड ट्रेन होगी, जिसमें हाइपरलूप की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तकनीक इस्तेमाल होगी। इस तकनीक के हिसाब से ट्रेन बिना पहिये की होगी, जिससे यात्रियों को उसकी स्पीड से कोई परेशानी नहींहोगी। अमेरिका में छाए भारतीय अमेरिका का आम चुनाव इस बार भारतीयों के लिए कुछ खास रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टीम में इस बार चार भारतीय भी शामिल हैं। इन सभी ने 2016 के अमेरिकी चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। 51 साल की प्रमिला जयपाल अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में चुनी जाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी महिला बनीं। सांसद प्रमिला चेन्नई में पैदा हुईं और उनके माता-पिता बेंगलुरु में रहते हैं। उनके बेटे का जन्म भी भारत में ही हुआ है। कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस ने अमेरिकी सीनेट सीट जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी मां श्यामला गोपालन मूल रूप से भारतीय हैं और पिता जमैका के हैं। नई दिल्ली में जन्मे पेशे से वकील 43 वर्षीय राजा कृष्णमूर्ति ने रिपब्लिकन पार्टी के पीटर डिकियानी को शिकस्त दी। इसी तरह भारतीय मूल के रोहित रो खन्ना ने भी एक सीट जीती है। वैसे अटकलें ये भी हैं कि नए राष्ट्रपति के केबिनेट में लुसियाना के पूर्व भारतवंशी गवर्नर बॉबी जिंदल स्वास्थ्य मंत्री के रूप में निर्वाचित हो सकते हैं। फिलहाल सभी सांसद प्रशिक्षण ले रहे हैं। लक्ष्य हासिल करने के लिए इन्हें एकजुट होकर मेहनत करनी होगी। कहां से आए ये खूबसूरत बर्फ के गोले रूस के साइबेरिया स्थित ओब की खाडी के एक बीच पर अचानक हजारों की संख्या में बर्फ के गोले दिखाई दिए। टेनिस की गेंद के आकार वाले एक मीटर से भी बडे इन गोलों से समुद्र तट का एक हिस्सा ढक सा गया। करीब 18 किलोमीटर के दायरे में बने इन गोलों ने स्थानीय लोगों को हैरत में डाल दिया। हालांकि इसी तरह की घटना फिनलैंड की खाडी में दिसंबर 2014 और मिशिगन झील में दिसंबर 2015 में भी सुनने को मिली थी। दरअसल ये गोले दुर्लभ वायुमंडलीय प्रक्रिया का नतीजा है। भारत को मिली पहली गोल्फर भातीय स्त्रियां किसी से भी कम नहीं हैं। इसका प्रमाण वे समय-समय पर देती रहती हैं। हाल के दिनों में खेल की दुनिया में इन लडकियों ने शानदार प्रदर्शन कर भारत का मान बढाया है। रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली स्टार गोल्फर अदिती अशोक ने इंडियन ओपन खिताब जीत के इतिहास रच दिया। वह लेडीज यूरोपियन टूर टाइटिल जीतने वाली पहली भातीय महिला गोल्फर हैं। 11 नवंबर को शुरू हुए इस टूर्नामेंट में दुनिया भर के कुल 114 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। इस खिताब को जीतने के बाद अदिती को 4 लाख डॉलर धनराशि इनाम स्वरूप मिले।

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