Move to Jagran APP

आंखों का सुरक्षा चक्र

सनग्लासेज़ जहां आपके स्टाइल स्टेटमेंट में इजाफा करते हैं, वहीं आपकी आंखों को कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित भी रखते हैं। ज्य़ादातर लोग सनग्लासेज़ ख़्ारीदते समय इनकी यूवी प्रोटेक्शन क्वॉलिटी से ज्य़ादा इनके लुक पर ध्यान देते हैं, जो कि गलत है। सनग्लासेज़ किस तरह हमारे लिए फायदेमंद हैं,

By Edited By: Published: Sat, 20 Jun 2015 03:15 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2015 03:15 PM (IST)
आंखों का सुरक्षा चक्र

सनग्लासेज जहां आपके स्टाइल स्टेटमेंट में इजाफा करते हैं, वहीं आपकी आंखों को कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित भी रखते हैं। ज्य़ादातर लोग सनग्लासेज ख्ारीदते समय इनकी यूवी प्रोटेक्शन क्वॉलिटी से ज्य़ादा इनके लुक पर ध्यान देते हैं, जो कि गलत है। सनग्लासेज किस तरह हमारे लिए फायदेमंद हैं, बता रही है सखी।

loksabha election banner

सनग्लासेज को ज्य़ादातर लोग फैशन एक्सेसरी समझते हैं। लेकिन असल में इनकी उपयोगिता कहीं अधिक है। ये हमारी आंखों को सूरज की तीखी किरणों से तो बचाते ही हैं, साथ ही कई बीमारियों से भी उनकी सुरक्षा करते हैं। आइए इन बीमारियों के बारे में जानते हैं।

स्किन कैंसर: दस प्रतिशत स्किन कैंसर्स आइलिड पर पनपते हैं। शोध में यह पाया गया है कि सनग्लासेज पहनने से इनके होने की संभावना में काफी गिरावट आती है।

मोतियाबिंद: वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार

दुनिया में तकरीबन 9,00,000 लोग मोतियाबिंद की वजह से अपनी आंखों की रोशनी खो देते हैं। इस बीमारी में आंखों का लेंस धुंधला पड जाता है। ऐसा अल्ट्रावॉयलेट किरणों के संपर्क में आने से होता है। अच्छी क्वॉलिटी के सनग्लासेज अल्ट्रावॉयलेट किरणों का एक्सपोजर 100 प्रतिशत तक कम कर देते हैं जिससे मोतियाबिंद के होने की संभावना बेहद कम हो जाती है।

मैक्यूलर डीजेनरेशन: लंबे समय तक आंखों के अल्ट्रावॉयलेट किरणों के सीधे संपर्क में आने पर मैक्यूला (आंखों का वह हिस्सा जिसमें कई मिलियन लाइट सेंसिंग सेल्स होते हैं और जिसकी वजह

से हम चीजों को स्पष्ट देख पाते हैं) को नुकसान पहुंचता है। इससे विजन ब्लर हो जाता है और धीरे-धीरे दिखाई देना एकदम बंद हो जाता है। सनग्लासेज लगाकर इससे बचाव भी संभव है।

टरिजियम: इस समस्या को 'सर्फर्स आइ' भी कहते हैं। ऐसी स्थिति में आंखों के किसी एक किनारे से एब्नार्मल टिशु ग्रोथ हो जाती है।

इससे दृष्टिबाधित होने की समस्या आती है।

यह भी जानें

- सनग्लासेज हमारी आंखों को धूल-मिट्टी से सुरक्षित रखते हैं जिससे इन्फेक्शन का ख्ातरा कम होता है।

- 100 प्रतिशत यूवी प्रोटेक्शन वाले सनग्लासेज का इस्तेमाल ही करें।

- तेज धूप में निकलने से पहले हमेशा बडे आकार के फ्रेम वाले सनग्लासेज लगाएं। आपकी आंखों को सनग्लासेज से जितना बेहतर कवरेज मिलेगा, वे उतनी ही सुरक्षित रहेंगी।

- आप अपनी सुविधा के हिसाब से किसी भी रंग के लेंस वाले सनग्लासेज चुन सकते हैं। ये धूप से सुरक्षा तो देते ही

हैं, लाइट कंट्रास्ट को भी बढाते हैं। यही वजह है कि कई खिलाडी कलर्ड सनग्लासेज पहनना पसंद करते हैं।

(डॉ.संजय गुप्ता, एचओडी, ऑफ्थेल्मोलॉजी, पारस हॉस्पिटल, गुडग़ांव से प्राप्त जानकारी के आधार पर।)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.