कौन बनेगा फेवरिट सलेब्रिटी?
80 एमएम के पर्दे पर चमकते सितारों को अब युवा यूं ही सर आंखों पर नहीं बैठाते। उनके लिए किसी सलेब्रिटी को अपना पसंदीदा बनाने के कई पैमाने हैं। सिर्फ सिक्स पैक एब्स बनाकर या आयटम नंबर्स में डांस मूव्स दिखाकर कोई उनके दिलों पर राज नहीं कर सकता। युवा इन हस्तियों के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं का आकलन करने के बाद ही उनके नाम से पहले फेवरिट का विशेषण लगाते हैं। इस बारे में युवाओं के मन बात जानी सखी ने।
गुड लुक्स ही काफी नहीं: पलक कपूर
किसी भी सलेब्रिटी को अपना पसंदीदा बनाने से पहले मैं यह देखती हूं कि वह सार्वजनिक स्थलों और अवॉर्ड फंक्शंस में अपने प्रशंसकों और मीडिया के साथ कैसा व्यवहार कर रहा है। सिर्फ गुड लुक्स की वजह से कोई अभिनेता या अभिनेत्री मेरी फेवरिट लिस्ट में शामिल नहीं होता। मुझे अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन पसंद हैं।
संवेदनशीलता जरूरी : महिमा दुआ
आज के युवा स्मार्ट और संवेदनशील हैं। यही वजह है कि वे उन्हीं सलेब्रिटीज को अपना रोल मॉडल बनाते हैं जो अपने काम के प्रति समर्पित तो हों ही, साथ ही सामाजिक रूप से संवेदनशील भी हों। जिनके कहने और करने में फर्क न हो। मेरी पसंदीदा अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हैं। क्योंकि वह न सिर्फ फिल्मों में अपनी भूमिकाओं को प्रभावी ढंग से निभाती हैं बल्कि असल जिंदगी में गलत बातों का विरोध करना भी जानती हैं।
ऑफ-स्क्रीन गतिविधियां खोल देती हैं पोल: चेतन पंत
युवाओं के लिए सलेब्रिटीज का लुक यकीनन बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें देखकर वे सहज ही उनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। पर यह आकर्षण स्थायी नहीं होता। अगर कोई सलेब्रिटी अच्छा इंसान नहीं है, तो एक समय के बाद यह उसकी ऑफ-स्क्रीन गतिविधियों से उजागर हो ही जाता है। मेकअप और कपडों के पीछे आप अपना असली चेहरा नहीं छुपा सकते। आज कई सलेब्रिटीज सिर्फ चर्चा में आने के लिए विवादास्पद बयान दे देते हैं, पर ऐसा कोई काम नहीं करते जिसकी वजह से लोग उन्हें लंबे समय तक याद रखें।
सोशल साइट्स रखती हैं अपडेट: ऋतु राणा
आज सोशल नेटवर्किग साइट्स की पहुंच के चलते हम युवा सलेब्रिटीज की जिंदगी की तमाम गतिविधियों से समय-समय पर वाकिफ होते रहते हैं। पहले ऐसा नहीं था। यही वजह है कि पहले ज्यादातर लोग अभिनेता-अभिनेत्रियों की फिल्में देखकर ही उनके बारे में राय बना लेते थे। पर आज मीडिया समय-समय पर सलेब्रिटीज की जिंदगी के विभिन्न पहलू उजागर करता रहता है। मुझे अभिनेत्री कैटरीना कैफ बेहद पसंद हैं क्योंकि आउटसाइडर होने के बावजूद उन्होंने इंडस्ट्री में खास जगह बनाई है।
ट्वीट भी खोलते हैं व्यक्तित्व के राज अंकिता बॉलीवुड की चकाचौंध युवाओं को आकर्षित करती है। वे सलेब्रिटीज की ऑनस्क्रीन ही नहीं, ऑफस्क्रीन लाइफ पर भी पैनी नजर रखते हैं। उनके लिए सलेब्रिटीज की फिल्मों में निभाई गई भूमिकाओं के अलावा उनके द्वारा किए गए सामाजिक काम और आम लोगों के साथ उनका व्यवहार जैसे कई पहलू महत्वपूर्ण होते हैं जिनके आधार पर वे उन्हें पसंद या नापसंद करते हैं। सलेब के ट्वीट्स और पोस्ट्स से भी उनके व्यक्तित्व की झलक मिलती है।
प्रेरणा देती हैं कई बॉलीवुड जोडियां: श्रुति
बॉलीवुड की कई जोडियां आम लोगों के सामने उदाहरण हैं। जैसे शाहरुख-गौरी खान, अमिताभ-जया बच्चन और ऋषि कपूर-नीतू सिंह आदि। इन्होंने हमेशा मुश्किल वक्त में एक दूसरे का साथ दिया। मुझे लगता है कि किसी सलेब्रिटी को पसंद करने के लिए उसके स्वभाव के बारे में जानना जरूरी है। अगर कोई बहुत सफल है लेकिन अपने हमसफर और परिवार के अन्य सदस्यों की कद्र नहीं करता है, तो वह मेरा पसंदीदा नहीं हो सकता। भले ही उसकी कई फिल्में हिट हों।
ज्यादा एटीट्यूड पसंद नहीं: नंदीप
मेरे हिसाब से आज के युवा किसी सलेब्रिटी को अपना पसंदीदा बनाने से पहले उसे कई पैमानों पर परखते हैं। मसलन, उसका स्वभाव कैसा है, ज्यादा एटीट्यूड तो नहीं है आदि। मुझे अभिनेता सलमान खान बेहद पसंद हैं क्योंकि उनकी जिजीविषा मुझे प्रेरित करती है। उम्र के इस पडाव में आकर भी वह ऊर्जा से भरे हुए लगते हैं। वह अपने फैंस की कद्र करते हैं और एटीट्यूड नहीं दिखाते है।
मुश्किल वक्त में होती है पहचान: राधिका
इंसान की असली परीक्षा मुश्किल वक्त में होती है। मैं यह देखती हूं कि कोई ऐक्टर या ऐक्ट्रेस असल जिंदगी की चुनौतियों का सामना कैसे करता है। क्योंकि फिल्मों में गुंडों को धूल चटाकर हीरो बनना बहुत आसान है। पर जो असल जिंदगी की मुश्किलों पर जीत हासिल करते हैं, वे ही मेरी नजर में असली हीरो और हीरोइन हैं।
ज्योति द्विवेदी