उंगलियों पर ठहरी नजाकत
एक अदद स्टेटमेंट रिंग आपके पार्टी लुक के आकर्षण का केंद्र बन सकती है। वहीं अगर आप फंकी लुक फ्लॉन्ट कर रही हैं तो मल्टिपल रिंग्स पहनना एक अच्छा आइडिया है। विभिन्न लुक्स के साथ रिंग्स के कॉम्बिनेशंस के बारे जानकारियां लेकर आई है सखी।
ये हैं चलन में
मल्टिपल रिंग्स: एक साथ कई उंगलियों में रिंग्स पहनने का स्टाइल फंकी लुक के साथ अच्छा लगता है।
स्पाइरल रिंग्स: पूरी उंगली को कवर करने वाली ये रिंग्स मिडिल या रिंग फिंगर में पहनी जाती हैं।
थंब रिंग्स: अंगूठे में पहनी जाने वाली ये रिंग्स भी फैशनप्रेमियों को लुभा रही हैं।
ज्यमेट्रिकल रिंग्स: विभिन्न ज्यमेट्रिकल डिजाइंस वाली बडे आकार की इन रिंग्स को आप वेस्टर्न परिधानों के साथ कैरी कर सकती हैं।
स्पाइक रिंग्स: रफ एंड टफ लुक देने वाली स्पाइक रिंग्स का चलन भी बढा है।
आरसी रिंग्स: प्रचलित मान्यता के अनुसार इस रिंग को रानियां पहनती थीं। इसके बीचोंबीच एक शीशा लगा होता था जिसमें वो राजा का अक्स देखती थीं। ये रिंग्स भी आजकल चलन में हैं, हालांकि अब इनमें शीशा नहीं लगा होता। इन्हें वेस्टर्न सिलुएट्स वाले गाउंस के साथ पहन कर फ्यूजन लुक क्रिएट किया जा सकता है।
आकार और रंग
अगर आपकी हथेलियां छोटी और हलकी हैं तो लाइटवेट रिंग्स चुनें। वहीं बडी हथेलियों वाली लडकियों को बडे आकार की रिंग्स का चुनाव करना चाहिए। रिंग के कलर का चुनाव परिधानों के कलर को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए।
खास टिप्स
-ब्राइडल लुक के साथ बहुत सारी हेवी रिंग्स पहनना समझदारी नहीं है। अपने लुक को कॉम्पि्लमेंट करती हुई सिर्फ एक या दो रिंग्स ही पहनें।
-रेड कार्पेट लुक अपना रही हैं और स्टेटमेंट ज्यूलरी पीस के रूप में रिंग पहनना चाहती हैं तो अपनी ड्रेस को कॉम्पि्लमेंट करती हुई बडे आकार की रिंग चुनें। दूर से ही नजर आ जाने वाली ये रिंग्स इन दिनों ट्रेंड में हैं।
-अगर आपकी ड्रेस हेवी एंब्रॉयडरी वाली है और आपने हेवी नेकपीस भी पहना है तो रिंग न पहनें।
-अगर आपने एक हाथ में डायमंड रिंग पहनी है तो दूसरे हाथ में कुंदन रिंग न पहनें। ऐसी स्थिति में दूसरे हाथ में कलर्ड स्टोन रिंग पहनना ठीक रहेगा।
परिधानों संग कॉम्बिनेशन
- साडी: डायमंड कॉकटेल रिंग
- इवनिंग गाउन: आरसी रिंग
- कुर्ती-जींस: फ्लोरल मोटिफ रिंग
- टी शर्ट-कप्री: स्लाइस कलर्ड स्टोन रिंग
- जंपसूट: मल्टिपल रिंग्स
(तारा ज्यूलर्स की डिजाइनर व प्रोडक्ट डेवलपमेंट मैनेजर प्रेरणा माखरिया से बातचीत पर आधारित)