योग से पाएं स्वस्थ त्वचा
त्वचा के प्रति जरा सी लापरवाही उसके सौंदर्य को चुरा लेती है। योग में ऐसे बहुत से आसन हैं जिन्हें अपनाकर आप स्वस्थ और सुंदर त्वचा की मलिका बन सकती हैं। अच्छी त्वचा के लिए आप कैसे योग करें बता रहे हैं योगस्टार्स के योग एक्सपर्ट आशीïष सिंह।
त्वचा के प्रति जरा सी लापरवाही उसके सौंदर्य को चुरा लेती है। योग में ऐसे बहुत से आसन हैं जिन्हें अपनाकर आप स्वस्थ और सुंदर त्वचा की मलिका बन सकती हैं। अच्छी त्वचा के लिए आप कैसे योग करें बता रहे हैं योगस्टार्स के योग एक्सपर्ट आशीष सिंह।
त्वचा की चमक इस बात को दर्शाती है कि आप स्वस्थ हैं। लेकिन स्वस्थ त्वचा पाने के लिए शारीरिक ओैर मानसिक दोनों स्तरों पर स्वस्थ होना जरूरी है। योग से चेहरे पर अलग ही चमक आती है। बेदाग और चमकदार त्वचा के लिए यहां दिए गए योगासनों को अपनाएं। रोज 30 मिनट का समय खुद के लिए जरूर निकालें।
सर्वांगासन
पीठ के बल लेट जाएं। पैरों को 90 डिग्री के कोण में ऊपर उठाएं। घुटने सीधे रखें। अब हाथों से कमर को पकडते और सपोर्ट देते हुए अपने हिप्स और धड को ऊपर की तरफ सीधे उठाएं। अपनी कोहनियों को जितना संभव हो सटा कर रखें। आंखें बंद करके आराम महसूस करें। सामान्य सांस के साथ इसी स्थिति में जब तक रुक सकें, रुकें। पूर्वस्थिति में आएं। ऐसा 3-4 बार करें।
सिंहासन
जमीन पर (वज्रासन में) घुटनों के बल बैठ जाएं। अपनी हथेलियों को सामने की तरफ जमीन पर रखें। अपने पैरों को पीछें की तरफ ले जाएं और हिप्स को तलुवों के ऊपर रखें। अब जितना संभव हो जीभ बाहर निकालकर और आंखों को अच्छी तरह खोलते हुए सिंह की तरह दहाडें। ऐसा 3-4 बार करें। सांस छोडते हुए आराम की मुद्रा में आएं।
ध्यान दें : मसालेदार भोजन से दूर रहें। प्रोटीनयुक्त और सात्विक भोजन अपनाएं। नकारात्मक सोच स्वयं पर हावी न होने दें। योग का नियमित अभ्यास योग एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें।
मत्स्येंद्रासन
सीधी लेट जाएं। अब हाथों को गर्दन के पास ले जाकर इस तरह रखें कि आपकी उंगलियां कंधों के नीचे हों। सामान्य सांस लें। अब सांस भरते हुए हाथ के पंजों से शरीर का अग्र भाग ऊपर उठाते हुए सिर को जमीन से छुआएं। जबडे कसे हुए और नाक दीवार की साध में हो। पीठ जमीन से ऊपर हो। अब इसी मुद्रा में पद्मासन लगाकर अपने दोनों हाथों से पैर के अंगूठों को पकडें। 30 सेकंड तक होल्ड करें। फिर सांस छोडते हुए पूर्वस्थिति में आएं।
भुजंगासन
पेट के बल लेट जाएं। दोनों पैरों, एडिय़ों और पंजों को आपस में मिलाएं और पूरी तरह जमीन के साथ चिपका लें। अपने शरीर को पैरों की उंगलियों से लेकर नाभि तक के भाग को जमीन से लगाएं। अब हाथों को कंधे के सामने जमीन पर रखें। दोनों हाथ कंधे के आगे पीछे नहीं होने चाहिए। हाथों के बल नाभि के ऊपरी भाग को ऊपर की ओर झुकाएं जितना संभव हो।
शीर्षासन
उंगलियों को एक-दूसरे से जकडकर अग्र बाहु यानी पहुंचे से कोहनी तक का हाथ चटाई पर रखकर लेटें। कोहनियां घुटनों के सामने रखें। अब सिर का क्राउन एरिया चटाई पर रखें। हिप्स को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं। घुटनों को जमीन से ऊपर उठाते हुए पैरों को सीधा ऊपर की ओर उठाएं। सिर्फ पंजे जमीन पर छुएं। संतुलन बनाते हुए शरीर का भार सिर और कंधे पर डालते हुए पंजों को उठाएं। सिर व कंधे पर शरीर को संभालते हुए एक ही लाइन में सीधा होल्ड करें। सामान्य सांस के साथ 30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें। ऐसा 3-4 बार करें।
नोट : गर्भवती स्त्रियां, ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज से ग्रस्त लोग बिना डॉक्टर से परामर्श के ये आसन न करें।
इला श्रीवास्तव