डैफोडिल जल रहे हैं: हाथ से रीतते रिश्ते
हिंदी साहित्य का बेहद सशक्त हस्ताक्षर हैं लेखिका मृदुला गर्ग। उनकी रचनाएं पाठकों को जीवन के अनसुलझे पहलुओं, रिश्तों के खट्टे-मीठे अनुभवों और विचारों की गहराई में ले जाती हैं। डायमंड बुक्स ने उनके कहानी संग्रह 'डैफोडिल जल रहे हैं' का पेपरबैक संस्करण हाल
हिंदी साहित्य का बेहद सशक्त हस्ताक्षर हैं लेखिका मृदुला गर्ग। उनकी रचनाएं पाठकों को जीवन के अनसुलझे पहलुओं, रिश्तों के खट्टे-मीठे अनुभवों और विचारों की गहराई में ले जाती हैं। डायमंड बुक्स ने उनके कहानी संग्रह 'डैफोडिल जल रहे हैं' का पेपरबैक संस्करण हाल ही में प्रकाशित किया है। चार कहानियों के इस संग्रह की हर कहानी न सिर्फ रचनाधर्मिता के खांचे पर फिट बैठती है बल्कि रोचकता की शर्तो को भी पूरा करती है। 'स्थगित कल', 'डैफोडिल जल रहे हैं', 'मेरा' और 'कितनी कैदें' शीर्षक वाली इन कहानियों में भावना का प्रवाह, रिश्तों की पराकाष्ठा, कुछ खोकर कुछ पाने का जुनून और सबसे बड़ा मानवीय गुण 'उत्सुकता' भी समाहित है। जिंदगी की उतार-चढ़ाव भरी पटरियों में दौड़ती दांपत्य की रेल गाड़ी के अनुभव और विचारों के स्पंदन की उठापटक भरी इन कहानियों को आप अपने दिल और जिंदगी के बहुत करीब पाएंगे।