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महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ

देवबंद के मौलाना नदीम उल वाजदी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 06 Apr 2017 03:08 AM (IST)Updated: Thu, 06 Apr 2017 03:19 AM (IST)
महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ
महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ

जयपुर, जागरण संवाद केन्द्र। देवबंद के मौलाना और तंजीम उलेमा ए हिंद की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष नदीम उल वाजदी ने मुस्लिम महिलाओं के नौकरी करने पर विवादित बयान दिया है। वाजदी ने कहा कि महिलाओं को सरकारी या गैर सरकारी किसी भी तरह की नौकरी नहीं करनी चाहिए। महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ है।

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 वाजदी का कहना है कि घर का खर्च उठाने की जिम्मेदारी मर्द की होती है। महिलाओं का काम घर और बच्चों की देखभाल करना है। महिलाओं का नौकरी करना उसी सूरत में जायज है जब घर का खर्च उठाने वाला कोई मर्द ना हो और वो चेहरे समेत खुद को ढंक कर काम करें।

 उल्लेखनीय है कि देवबंद पहले से ही तमाम तरहं के फतवों और बयानों के लिए चर्चित रहा इसके पहले दारूल उलूम देवबंद ने फतवा जारी करते हुए कहा था कि तलाक के लिए औरत का मौजूद रहना जरूरी नहीं है और अगर कोई पति चाहे तो मोबाइल फोन से भी अपनी पत्नी को तलाक दे सकता है।

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