राजस्थान में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 10 की मौत
राजस्थान में मूसलाधार बारिश से जहां आधा दर्जन जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए, वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। वर्षा जनित हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में मूसलाधार बारिश से जहां आधा दर्जन जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए, वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। वर्षा जनित हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई, इनमें 6 बच्चे शामिल है। भारी बारिश के कारण पाली एवं बाड़मेर में पानी में फंसे लोगों का सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सेना बुलाई गई है।
सेना और एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। पाली और जोधपुर के बीच रेल की पटरी ही तेज पानी के बहाव में बह गई। कई स्थानों पर रेल लाइन के नीचे से मिट्टी का कटाव हो गया।
सीमावर्ती जिले बाड़मेर के खोखसर गांव में मंगलवार को बरसाती तालाब में डूबने से 6 बच्चों की मौत हो गई। बारिश का पानी जमा होने से सुबह भील समाज के बच्चें तालाब में नहाने गए थे, पानी का ज्यादा भराव होने से बच्चें पानी में डूब गए। सभी बच्चों की उम्र 5 से 9 वर्ष बताई जा रही है। सभी के शव बाहर निकाल कर परिजनों को सौंप दिए। जोधपुर में आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। जोधपुर से पाली सड़क मार्ग पर एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव में बह गया, करीब 70 किमी.दूर उसका शव पानी में तैरता हुआ मिला। पिछले दो दिन से तेज बारिश के कारण जोधपुर, चित्तोडगढ़, बाड़मेर, भीलवाडा, प्रतापगढ़ एवं पाली में बाढ़ के हालात बन गए।
भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से कई गांवों का सम्पर्क कट गया। पाली शहर की निचली बस्ती में पानी भरने के साथ ही जिले के दस गांवों का सड़क मार्ग से सम्पर्क कट गया।
पाली शहर में एक पेट्रोल पम्प तेज पानी के बहाव में बह गया। पाली में जिला कलेक्टर ने स्कूल में मंगलवार और बुधवार का अवकाश घोषित किया है। राज्य की प्रमुख चंबल एवं रावत भाटा नदी उफान पर है। कोटा बैराज के 16 गेट खोले गए है। धौलपुर में चंबल में तेजी से पानी का स्तर बढऩे से बचाव दल को तैनात किया गया है।
भीलवाड़ा के मांडल में 150 मवेशी पानी के तेज बहाव में बहने की जानकारी सामने आई है। रेलवे प्रशासन ने जोधपुर मंडल में चार ट्रेन रद्द करने के साथ ही छह ट्रेनों का मार्ग बदला है। वहीं राजस्थान रोड़वेज की बसों का भी कई जगहों पर संचालन रोका गया है।