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कोटा में बिहार के छात्र ने की आत्महत्या

कोटा में फिर एक स्टूडेंट ने आत्महत्या की है। बिहार के कोटा में मेडिकल की तैयारी करने आए निखिल नयन ने हॉस्टल के बाथरूम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 07 Jul 2016 03:21 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jul 2016 03:26 AM (IST)
कोटा में बिहार के छात्र ने की आत्महत्या

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान के कोटा में फिर एक स्टूडेंट ने आत्महत्या की है। बिहार के भागलपुर से कोटा में मेडिकल की तैयारी करने आए निखिल नयन ने हॉस्टल के बाथरूम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी दो दिन बाद मंगलवार रात को मिली। निखिल 18 जून को ही भागलपुर से कोटा आया था। उसने मेडिकल की तैयारी के लिए एलेन कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था। वह हॉस्टल के जिस कमरे में रह रहा था, वह दो दिनों से बंद था। इस पर आस-पास रहने वाले स्टूडेंट्स को शक हुआ। कमरे से बदबू आने लगी तो स्टूडेंट्स ने मंगलवार रात पुलिस को सूचना दी, देर रात निखिल के कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो उसकी बॉडी बाथरूम में पड़ी मिली। निखिल ने बाथरूम के फव्वारे वाले नल से फंदा लगाया हुआ था।

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कुन्हाड़ी पुलिस थाना के थाना अधिकारी रामखिलाड़ी ने बताया कि बॉडी देखने से लगता है कि दो दिन पहले खुदकुशी की गई है। बॉडी को कब्जे में लेकर परिजनों को सूचित कर दिया गया है। मामले की तहकीकात की जा रही है। हॉस्टल के स्टूडेंट्स से पूछताछ की जा रही है। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन शुरुआती जांच में पता चला है कि पढ़ाई के तनाव की वजह से खुदकुशी की गई है।

उल्लेखनीय है कि देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्व कोटा में इस वर्ष अभी तक 9 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं। वहीं पिछले साल यह आंकड़ा 30 तक जा पहुंचा था।

उल्लेखनीय है कि कोटा में स्टूडेंट्स के बढ़ते आत्महत्या के मामलों को लेकर पिछले दिनों राज्यपाल कल्याण सिंह ने कोचिंग संस्थानों को लेकर सख्त कदम उठाने को लेकर प्रशासन को निर्देश दिए थे।

चार दिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी कोटा यात्रा के दौरान बढ़ती आत्महत्याओं पर चिंता जताते हुए जिला कलेक्टर को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे।

इधर आत्महत्याओं की बढ़ती घटनाओं के चलते कलेक्टर रवि कुमार ने स्टूडेंट्स के पेरेंट्स को ओपन लेटर लिख गुजारिश की है कि वे अपनी इच्छाएं थोपने के बजाए बच्चों को उनके मन मुताबिक पढ़ाई करने दें।


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