तीस किलोमीटर के रास्ते में शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़े लोग
कश्मीर के उरी में शहीद हुए राजसमंद के हवलदार निम्बसिंह की अंतिम यात्रा मंगलवार सुबह उनके गांव राजवा में उनके घर से रवाना हुई।
जयपुर। कश्मीर के उरी में शहीद हुए राजसमंद के हवलदार निम्बसिंह की अंतिम यात्रा मंगलवार सुबह उनके गांव राजवा में उनके घर से रवाना हुई तो पूरा माहौल भारतमाता के जयकारों से गूंज उठा।
इससे पहले सुबह जब उनका पार्थिव देह भीम उपखंड से राजवा गांव के लिए रवाना हुई तो लोगों की भीड़ शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जुट गई। पूरा गांव और आसपास के कई लोग जुलूस में शामिल हुए। दरअसल पार्थिव देह को उदयपुर से उनके गांव तक सड़क मार्ग से लाया गया था। रात्रि में इसे भीम तहसील मुख्यालय पर स्थित सैनिक विश्रांति गृह में रख लिया गया और सुबह उनके गांव के लिए रवाना किया गया।
लोगों ने देश भक्ति के नारों के बीच शहीद की शव यात्रा पर पुष्प वर्षा की। भीम उपखंड से राजवा गांव की दूरी तीस किलोमीटर से भी ज्यादा है। इस तीस किलोमीटर के रुट पर करीब दो दर्जन से भी ज्यादा गांव और तहसील पड़ती हैं और गांव और तहसील में लोगों ने शहीद के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजली दी। शहादत की सूचना से राजवा ही नहीं समूचे मगरा क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया।
राजस्थान सरकार की जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, सांसद हरिसिंह सहित इस क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में आम लोग शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे।