Move to Jagran APP

तीस किलोमीटर के रास्ते में शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़े लोग

कश्‍मीर के उरी में शहीद हुए राजसमंद के हवलदार निम्बसिंह की अंतिम यात्रा मंगलवार सुबह उनके गांव राजवा में उनके घर से रवाना हुई।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 21 Sep 2016 12:54 AM (IST)Updated: Wed, 21 Sep 2016 12:57 AM (IST)
तीस किलोमीटर के रास्ते में शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़े लोग

जयपुर। कश्मीर के उरी में शहीद हुए राजसमंद के हवलदार निम्बसिंह की अंतिम यात्रा मंगलवार सुबह उनके गांव राजवा में उनके घर से रवाना हुई तो पूरा माहौल भारतमाता के जयकारों से गूंज उठा।

loksabha election banner

इससे पहले सुबह जब उनका पार्थिव देह भीम उपखंड से राजवा गांव के लिए रवाना हुई तो लोगों की भीड़ शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जुट गई। पूरा गांव और आसपास के कई लोग जुलूस में शामिल हुए। दरअसल पार्थिव देह को उदयपुर से उनके गांव तक सड़क मार्ग से लाया गया था। रात्रि में इसे भीम तहसील मुख्यालय पर स्थित सैनिक विश्रांति गृह में रख लिया गया और सुबह उनके गांव के लिए रवाना किया गया।

लोगों ने देश भक्ति के नारों के बीच शहीद की शव यात्रा पर पुष्प वर्षा की। भीम उपखंड से राजवा गांव की दूरी तीस किलोमीटर से भी ज्यादा है। इस तीस किलोमीटर के रुट पर करीब दो दर्जन से भी ज्यादा गांव और तहसील पड़ती हैं और गांव और तहसील में लोगों ने शहीद के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजली दी। शहादत की सूचना से राजवा ही नहीं समूचे मगरा क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया।

राजस्थान सरकार की जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, सांसद हरिसिंह सहित इस क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में आम लोग शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.