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राजस्थान में राजनीतिक रंग ले रहा पहलू खां मौत मामला

1 अप्रेल को जयपुर नगर निगम से गायें खरीदकर हरियाणा के नूंह ले जाते समय बहरोड़ में कथित गौ-रक्षकों ने पहलू खां और उसके साथियों के ट्रक रूकवाए थे ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 16 Sep 2017 04:23 PM (IST)Updated: Sat, 16 Sep 2017 04:23 PM (IST)
राजस्थान में राजनीतिक रंग ले रहा पहलू खां मौत मामला
राजस्थान में राजनीतिक रंग ले रहा पहलू खां मौत मामला

जयपुर, [नरेन्द्र शर्मा] । कथित गौ तस्कर पहलू खां की पीटाई और मौत मामले में नामजद 6 आरोपियों को क्लीन चिट दिए जाने के बाद एक ओर तो जहां विरोधी दल इस प्रकरण का राजनीतिक फायदा उठाने में जुट गए,वहीं मेव समाज ने इस मामले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनान शुरू कर दिया ।

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मेव समाज के संरक्षक शेर खां एवं पहलू खां के बेटे इरशाद का कहना है कि राजस्थान पुलिस इस मामले की सही जांच नहीं कर सकती,पुलिस दबाव में है अत:इस मामले की सुनवाई दिल्ली अथवा हरियाणा में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए । इनका कहना है कि मेव समाज इस मामले की जांच को लेकर एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाएगा । इरशाद उस समय बहरोड़ में मौजूद था जब कथित गौ रक्षक उसके पिता पहलू खां के साथ मारपीट करे थे ।

वहीं शेर खां घटना के दिन 1 अप्रैल से इस मामले को लेकर मेव समाज की अगुवाई कर रहे हैं । शेर खां के नेतृत्व में जयपुर में विधानसभा के बाहर धरना दिया गया,उन्ही के प्रयासों से मामला संसद में उठा । अब शेर खां एवं इरशाद का कहना है कि सरकार आरोपियों को हिन्दूवादी संगठनों के दबाव में बचा रही है । पहलू खां मौत मामले को लेकर हरियाणा और यूपी से सटे राजस्थान के मेवात क्षेत्र में पिछले दो दिनों से मेव समाज के लोगों की बैठकों का दौर चल रहा है । मेव समाज यह रणनीति बना रहा है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच होनी चाहिए । इसके साथ ही राज्य सीआईडी सीबी द्वारा जिन 6 नामजद लोगों को आरोप मुक्त किया गया है,उसके खिलाफ हाईकोर्ट में जाना चाहिए ।

इधर विधानसभा चुनाव निकट आते देख कांग्रेस,बसपा और सपा के नेता मेवात क्षेत्र में इस मामले का राजनीतिक लाभ लेने में जुटे हैं । अलवर में जहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र ¨सह,राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री दुरू ¨मया और कांग्रेस के राष्ट्ीय सचिव जुबेर खां इस मुद्दे को लेकर मेव समाज के सम्पर्क में है । ये चाहते है कि 15 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव तक यह मुद्दा गरमाता रहे जिससे उन्हे राजनीतिक लाभ मिल सके ।

जुबेर और दुरू दोनों ही मेव समाज से है और उनकी जीत तभी होती है जबकि मेव समाज एकजुट होता है । भंवर जितेन्द्र ¨सह अलवर से लोकसभा का चुनाव लड़ते है,इस संसदीय क्षेत्र में मेव मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है । इधर भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा भी इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ लेने में जुटे है,वे चाहते है कि यह मुद्दा इसी तरह से गरमाता रहे जिससे उन्हे मेव विरोधी वोटों का लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में मिल सके । वहीं यूपी से सटे भरतपुर के मेवात क्षेत्र में भी पूर्व कांग्रेस विधायक जाहिदा सहित अन्य मेव नेता सक्रिय है । हरियाणा के कुछ मेव नेताओं के भी राजस्थान में दौरे बढ़े हैं । इधर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता भी मेवात क्षेत्र में सक्रिय हो गए । यूपी और हरियणा के मेव नेताओं की सक्रियता पर राज्य पुलिस निगरानी रख रही है ।

उल्लेखनीय है कि 1 अप्रेल को जयपुर नगर निगम से गायें खरीदकर हरियाणा के नूंह ले जाते समय बहरोड़ में कथित गौ-रक्षकों ने पहलू खां और उसके साथियों के ट्रक रूकवाए थे । गायों की तस्करी की आशंका के चलते इनके साथ मारपीट की गई,इस दौरान गंभीर रूप से घायल हुए पहलू खां की इलाज के दौरान 3 अप्रेल को अस्पताल मे मौत हो गई थी । मामले की जांच को लेकर मेव समाज ने जयपुर में विधानसभा के बाहर धरना दिया था,वहीं संसद में भी यह मामला उठा था । दबाव बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले की सीआईडी सीबी से जांच कराई,चार दिन पूर्व ही इस घटना में नामजद 6 आरोपियों को क्लीन चिट देने के बाद यह मामला फिर से गरमा गया । 


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