Move to Jagran APP

एक लाख कलाकारों, छात्रों ने एक साथ किया वंदेमातरम का वंदन, गिनीज बुक में रिकॉर्ड हुआ दर्ज

जयपुर में बुधवार का दिन ऐतिहासिक रहा। जयपुर का नाम एक और रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स में दर्ज किया गया है। यहां एक साथ एक लाख कलाकारों ने वंदेमातरम का वंदन किया है। जयपुर के अमरूदों के बाग में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तिरंगा लहरा कर देश के लिए मर मिटने का संदेश दिया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 22 Sep 2016 05:53 AM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2016 05:57 AM (IST)
एक लाख कलाकारों, छात्रों ने एक साथ किया वंदेमातरम का वंदन, गिनीज बुक में रिकॉर्ड हुआ दर्ज

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। जयपुर में बुधवार का दिन ऐतिहासिक रहा। जयपुर का नाम एक और रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स में दर्ज किया गया है। यहां एक साथ एक लाख कलाकारों ने वंदेमातरम का वंदन किया है। जयपुर के अमरूदों के बाग में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तिरंगा लहरा कर देश के लिए मर मिटने का संदेश दिया।

loksabha election banner

हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित वंदेमातरम कार्यक्रम का संगीत निर्देशन पंडित आलोक भट्ट ने किया है। उनके नेतृत्व में एक लाख से ज्यादा लोग, संगीतकार, स्टूडेंट्स ने सामूहिक वंदेमातरम का वंदन किया। इसमें करीब 18 वाद्यों को भी एक साथ बजाया गया है। इसके लिए संगीत संस्थान और राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी तीन माह से तैयारी कर रहे थे। कार्यक्रम में देशभर से संगीतकार, गायक एवं अन्य वाद्यों के कलाकार शामिल हुए हैं। इस प्रकार का वंदेमातरम का कार्यक्रम गुडगांव, मुंबई, गोहाटी समेत देशभर के 12 शहरों में होगा। इसके बाद आखिरी में 8 नवंबर को उदयपुर में सामूहिक वंदेमातरम होगा।

कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि खुद को देश के प्रति न्यौछावर करने का काम कैसा करना है, इसका जज्बा पैदा करने की शुरुआत है। लोगों ने पूछा ये तिरंगा यात्रा का क्या औचित्य है।

मैं बताना चाहती हूं कि जब हम ऐसा काम करते हैं तो हमें हमारे देश के प्रति भावनाएं बढ़ती हैं और फिर व्यक्तिगत भावनाओं से ऊपर देश हो जाता है। वंदेमातरम हमारे जीवन का एक लक्ष्य है। हिंदुत्व कोई धर्म नहीं है, यह हमारा जीवन है। हम अपनी चिंता में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि मुस्कान भी भूल गए हैं। आज वंदेमातरम के साथ प्रतिज्ञा लें कि हम भारत माता के चरणों को चूमते हुए आगे बढ़ेंगे। सभी को अपना मानते हुए आगे बढ़ेंगे। देश-प्रदेश को अपना मानते हुए, छत्तीस बिरादरी को अपना बनाते रहेंगे। प्यार की माला में सभी को पिरोने का काम हम यहां से निकलते हुए करेंगे। यह मुझे पूरा विश्वास है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.