मसूद अजहर समाजसेवा के नाम पर शिफ्ट कर रहा आतंकी कैंप
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप राजस्थान से सटी पाक सीमा पर शिफ्ट हो रहे हैं। यह सिलसिला पिछले एक माह से चल रहा है। खुफिया एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद पश्चिमी सीमा पर तैनात सेना, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस सक्रिय हो गई है। प्रदेश के एक आला पुलिस अधिकारी का कहना है कि सीमा पर सैन्य कैम्प शिफ्ट करने के लिए पाकिस्तानी सरकार समाजसेवा की आड़ में इजाजत दे रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप राजस्थान से सटी पाक सीमा पर शिफ्ट हो रहे हैं। यह सिलसिला पिछले एक माह से चल रहा है। खुफिया एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद पश्चिमी सीमा पर तैनात सेना, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस सक्रिय हो गई है। प्रदेश के एक आला पुलिस अधिकारी का कहना है कि सीमा पर सैन्य कैम्प शिफ्ट करने के लिए पाकिस्तानी सरकार समाजसेवा की आड़ में इजाजत दे रही है।
खूफिया सूत्रों के अनुसार, मसूद ने बड़े पैमाने पर राजस्थान से लगती सीमा के करीब अपने गुरु मोहम्मद रशीद के अल-रशीद ट्रस्ट और अपने भाई अल्ला बख्श के ट्रस्ट अल-रहमत ट्रस्ट के नाम पर कैंप शुरू किए हैं। अल रशीद ट्रस्ट के अंतरराष्टï्रीय अकाउंट पर पिछले कुछ दिनों से रोक है, इसलिए अल-रहमत ट्रस्ट के नाम पर पैसे इकट्ठा कर इन इलाकों में मस्जिदें और मदरसे बनवाए जा रहे हैं। बहावलपुर का उस्मानो अली सेनेट्री इसका मुख्यालय है।
राजस्थान सीमा से कुछ ही दूरी पर पाक में स्थित रईमियारखान, सादीकाबाद, घोटकी, मीरपुर मैथलो आदि क्षेत्रों में अजहर मसूद भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए अल रशीद ट्रस्ट के अखबार जब्रे-मोमीन का उपयोग कर रहा है। साथ ही उसके लिखे नफरत के लेख भी बॉर्डर इलाके में बांटे जा रहे हैं।
राजस्थान फ्रंटियर के बीएसएफ आइजी बीआर मेघवाल का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में सख्ती के बाद आतंकियों के राजस्थान सीमा में घुसपैठ की आशंका बढ़ गई है। सीमा पार काफी हलचल होने की भी सूचना मिल रही है। ये आतंकी हैं या पाक रेंजर, स्पष्ट नहीं है।