आरक्षण नहीं मिला तो करेंगे सियासी सर्जिकल स्ट्राइक : हार्दिक
गुजरात में 28 दिसंबर को होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर पटेल-पाटीदार आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक हार्दिक पटेल ने संगठन के संयोजकों के साथ उदयपुर में बैठक की।
जागरण संवाददाता, जयपुर। गुजरात में 28 दिसंबर को होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर पटेल-पाटीदार आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक हार्दिक पटेल ने संगठन के संयोजकों के साथ उदयपुर में बैठक की। बैठक में शामिल संयोजकों ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर 15 माह के आंदोलन में 14 लोगों की मौत के बाद भी सरकार हमसे पूछ रही है कि हमारी मांगें क्या हैं।
हार्दिक ने कहा कि इस बार आरक्षण नहीं दिया गया तो पटेल समाज गुजरात में सियासी सर्जिकल स्ट्राइक करेगा। बैठक में इस आंदोलन से जुड़े गुजरात के अलग-अलग जिलों के करीब 300 संयोजकों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से 13 लोगों के एक प्रतिनिधि दल का गठन किया गया। यह दल गुजरात सरकार के साथ पटेल आंदोलन को लेकर की जाने वाली वार्ता का प्रतिनिधित्व करेगा।
गौरतलब है कि गुजरात सरकार ने पटेल आंदोलन को लेकर पटेल समाज के लोगों से वार्ता करने की इच्छा जाहिर की, जिस पर पटेल अनामत आंदोलन से जुड़े समन्वयकों की इस बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान गुजरात के विभिन्न जिलों से आये सदस्यों ने पटेल आंदोलन को लेकर आगामी कार्य योजना को सबके सामने रखा। पटेल आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल ने साफ किया कि हमारी ओर से जो चार मांगे हैं, उन्हें सरकार के समक्ष रख दिया जायेगा। जिनमें हमारे समाज को आरक्षण, आंदोलन के दौरान जो शहीद हुए हैं, उन्हें मुआवजा, पटेल बोर्ड का गठन और आंदोलन के समय जो गलत केस दर्ज हुए हैं, उन्हें वापस लेना शामिल है।
हार्दिक ने गुजरात सरकार द्वारा पटेलों को बुलाने पर सवाल खड़े किये हैं। कहा कि गुजरात में विधानसभा चुनाव व उनके राज्य बदर का समय जल्द पूरा होने वाला है। इसलिए सरकार पटेलों को विभाजित करने के लिए प्रयास कर रही हैं। गुजरात सरकार से वार्ता के दौरान इस 13 सदस्यीय गठित दल द्वारा सामाजिक मुद्दों पर ही चर्चा की जाएगी।
हार्दिक ने गुजरात में आये स्थानीय निकायों के चुनाव परिणाम पर भी अपनी बात रखी। साफ किया कि जब गुजरात में 2015 में पंचायत चुनाव थे, तब हम लोगों ने खुलकर भजपा के विरोध में काम किया। इसलिए उस समय के नतीजे से आप वाकिफ हैं। हार्दिक ने इस दौरान स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए स्पष्टï किया कि इस चुनाव में हम कांग्रेस पार्टी को दिखाना चाहते थे कि आप हवा में न रहें।