जन्मदिन के बहाने अशोक गहलोत का शक्ति प्रदर्शन, पायलट को चुनौती
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया।
जयपुर [ नरेन्द्र शर्मा ]। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को अपने जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में कांग्रेसजन प्रदेश के सभी हिस्सों से गहलोत के जयपुर स्थित आवास पर उन्हे जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने टेलिफोन पर गहलोत को 67वें जन्मदिन की बधाई दी। गहलोत समर्थक पिछले कई दिनों से अपने नेता का जन्मदिन धूमधाम से मनाने की तैयारियों में जुटे थे।
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राज्य के विभिन्न जिलों से कांग्रेसजनों को जयपुर लाने की जिम्मेदारी अलग-अलग नेताओं को सौंपी गई थी। करीब डेढ़ वर्ष बाद होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को देखते हुए गहलोत समर्थक इस कोशिश में जुटे थे कि अधिक से अधिक कांग्रेसी जयपुर पहुंचे जिससे आलाकमान तक यह संदेश पहुंच सके कि अभी भी राजस्थान में गहलोत की ही अन्य नेताओं के मुकाबले अधिक पकड़ है। बुधवार को जयपुर पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को देखकर उत्साहित गहलोत स्वंय और उनके समर्थकों ने साफ दावा किया कि अगली सरकार राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की ही बनेगी।
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गहलोत खुद तो मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने को लेकर कुछ नहीं बोले, लेकिन उनके समर्थक नेता और कार्यकर्ता यही नारे लगा रहे थे 'राजस्थान का मुख्यमंत्री कैसा हो, अशोक गहलोत जैसा हो'। जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे विधायक और पार्टी नेताओं ने मीडिया से बातचीत में गहलोत को प्रदेश में कांग्रेस का पर्याय बताया। गहलोत के खास समर्थक और राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने दावा किया कि प्रदेशभर से करीब 20 हजार लोग गहलोत को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे।
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उल्लेखनीय है कि राज्य में गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच छत्तीस का आंकड़ा लम्बे समय से चला आ रहा है। समय-समय पर गहलोत और पायलट जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहे है। दोनों के समर्थक कांग्रेसी एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी भी करते रहे है। बुधवार को जन्मदिन के बहाने भीड़ जुटाकर भी पायलट का चुनौति देने की रणनीति के तहत देखा जा रहा है। अप्रत्यक्ष रूप से पायलट को कुछ ही दिन पूर्व धौलपुर विस.उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की हार पर गहलोत ने खुलकर पायलट पर हमला बोलते हुए कहा कि सही ढ़ंग से चुनाव नहीं लड़ा गया,रणनीति सही नहीं बनी। पिछले सप्ताह गहलोत को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाकर गुजरात का प्रभारी बनाने से पायलट समर्थकों को लगा था कि वे अब राजस्थान में कम सक्रिय हो जाएंगे।
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गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे गुजरात और राजस्थान दोनों में ही सक्रिय रहेंगे। बुधवार को मीडिया से बातचीत में गहलोत ने राज्य की वसुंधरा सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि साढ़े तीन वर्ष में एक भी कोई बड़ा काम नहीं हुआ।