जीएसटी पर भाजपा विधायक और नेताओं की चिंता की शांत
शाह ने कहा काला धन बाहर निकालने के लिए नोटबंदी जैसा साहसिक फैसला भाजपा की सरकार कर सकती है, मोदी जैसे प्रधानमंत्री ही इतने बड़े फैसले कर सकते है।
जयपुर, [जागरण संवाददाता] ।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है,वह देश के लोकतंत्र की कैसे रक्षा कर सकती है। कांग्रेस में परिवारवाद की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस में सभी को यह जानकारी होती है कि अगला अध्यक्ष कोन बनेगा,जबकि भाजपा में किसी को इस बात की जानकारी नहीं होती कि अगला अध्यक्ष कौन होगा,कौन प्रधानमंत्री बनेगा और कौन मुख्यमंत्री बनेगा।
भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र के कारण ही गरीब घर से चाय बेचने वाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बन गया और मै खुद बूथ के कार्यकर्ता से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गया। शाह शुक्रवार को जयपुर में प्रबुद्धजनों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें वो फैसले नहीं करती जो लोगों को अच्छे लगें,बल्कि वो फैसले करती है जो लोगों के लिए अच्छे हो,जिनका आम लोगों को सीधा फायदा मिले और लुभावने नहीं हो। भाजपा की सरकारें ऐसे फैसले करती है जिनसे आम आदमी मजबूत हो।
उन्होंने कहा कि तीन साल के कार्यकाल में नरेन्द्र मोदी सरकार ने 106 योजनाएं लागू की है,ये सभी योजनाएं देश और आमजन को आगे बढ़ाने वाली है। शाह ने कहा कि काला धन बाहर निकालने के लिए नोटबंदी जैसा साहसिक फैसला भाजपा की सरकार ही कर सकती है,नरेन्द्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री ही इतने बड़े फैसले कर सकते है। जीएसटी को देश के लिए अच्छा बताते हुए शाह ने कहा कि अब पूरे देश में एक कर होगा,लोगों को इससे राहत मिलेगी। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने वर्ष 2018 तक सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हाथ में लिया है जो कांग्रेस ने 70 वर्ष के शासनकाल में नहीं किया।
कांग्रेस और भाजपा की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा विचारधारा और सिद्धांत के आधार पर काम करती है,जबकि कांग्रेस की ना तो कोई विचारधारा है और ना ही कोई सिद्धांत है। मध्यप्रदेश और राजस्थान की चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि इन दोनों राज्यों में भाजपा की सरकारों ने काफी विकास के काम किए है। दोनों प्रदेशों को बीमारों राज्यों से विकसित प्रदेश बनाया है।
जीएसटी पर भाजपा विधायक और नेताओं की चिंता की शांत
जयपुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जीएसटी को लेकर भाजपा विधायकों और पदाधिकारियों की चिंताएं शांत की। विधायकों और पदाधिकारियों ने प्रदेश के भीलवाड़ा में बनने वाले कपड़े,मार्बल और मूर्ति उधोग को जीएसटी के दायरे से बाहर करने अथवा कम करने का आग्रह किया तो शाह ने प्रत्येक की बात सुनी और उनका जवाब भी दिया। शाह ने कुछ मामलों को केन्द्रीय वित्त मंत्री की जानकारी में लाने की भी बात कही।