भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस का बूथ मैनेजमेंट पर जोर
पदाधिकारी प्रत्येक दौरे के बाद अपनी रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को सौंपेंगे । वरिष्ठ नेताओं के दौरे के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे है ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता]। करीब 15 माह बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अब भाजपा की तर्ज पर बूथ मैनेजमेंट की रणनीति पर काम करेगी। अगले एक माह में राज्य के प्रत्येक पोलिंग बूथ पर पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जाएगी।
ये कार्यकर्ता अपने पोलिंग बूथ क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं के निरंतर सम्पर्क में रहकर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही केंन्द्र की नरेन्द्र मोदी और राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार की नाकामियों के बारे में भी लोगों को बताएंगे। इन कार्यकर्ताओं की दोनों सरकार की विफलताओं के साथ ही क्षेत्र की समस्याओं का भी लेखा-जोखा रखना होगा। ये कार्यकर्ता तहसील स्तर के पर्यवेक्षकों को अपनी रिपोर्ट देंगे और फिर ये जिला पर्यवेक्षक को फीडबैक रिपोर्ट देंगे।
जिला पर्यवेक्षक प्रत्येक माह में कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे के समक्ष तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करेंगे। इन रिपोर्ट्स के आधार पर ही बूथ मैनेजमेंट को और अधिक मजबूत करने,संभव होने पर बदलाव करने और चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी। पांडे ने पिछले दो दिन में राज्य के सभी जिला पर्यवेक्षकों को दिल्ली बुलाकर अब तक हुए कायों का फीडबैक लिया। पार्टी ने तय किया है कि पर्यवेक्षक सीधे पांडे को रिपोर्ट देंगे। प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी लगातार अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेंगे। पदाधिकारी प्रत्येक दौरे के बाद अपनी रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को सौंपेंगे । वरिष्ठ नेताओं के दौरे के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे है ।
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