जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 20 देशों के 222 वक्ता होंगे
जयपुर के डिग्गी पैलेस होटल परिसर में 21 से 25 जनवरी तक आयोजित होने वाले पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 20 देशों के 25 से अधिक भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 222 प्रभावशाली वक्ता शामिल होंगे।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। जयपुर के डिग्गी पैलेस होटल परिसर में 21 से 25 जनवरी तक आयोजित होने वाले पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 20 देशों के 25 से अधिक भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 222 प्रभावशाली वक्ता शामिल होंगे। फेस्टिवल में गोपनीयता, देशांतरण और आधुनिक दौर में जीवन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा दूसरों सुने जाने की जरूरत-संवाद बनाम प्रलाप, रचनात्मक विचार-विमर्श के लिए सिकुड़ते परिदृश्यों पर पवन वर्मा, शशि थरुर, शाजि़या इल्मी, सुधींद्र कुलकर्णी और सैयद सलमान चिश्ती चर्चा करेंगे।
फेस्टिवल के सह-निर्देशकों विलियम डैलरिम्पल तथा नीता गोखले ने बताया कि साहित्योत्सव में कहानीकार रस्किन बांड के अलावा इस वर्ष के मैन बुकर पुरस्कार विजेता मैलॅन जैम्स, लेखक सुधीर कक्कड़, अभिनेता और कॉमेडियन स्टीफन फ्राय, हिंदी पत्रकार उदय प्रकाश, आयरलैंड के लेखक कॉल्म तॉइबिन, उपन्यासकार मार्गेट एटवुड, फ्रांसीसी अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी, अमरीकी साहित्य के स्तंभ टेल्स ऑफ द सिटी के लेखक आर्मिस्टेड मॉपिन तथा लेखक बंत सिंह शामिल हैं। देशांतरण के संदर्भ में क्रोनिकल्स ऑफ एग्ज़ाइल पर एक सत्र का आयोजन होगा।
मानवीय इतिहास के सबसे बड़े विभाजन पर सआदत हसन मंटो की कृतियों के माध्यम से चर्चा होगी। चौराहे पर खड़े समाजों, रिवायतों, परंपराओं और ज्ञान पद्धतियों पर नेवीगेटिंग मॉडर्निटी सत्र में चर्चा होगी। मेरा गांव मेरा देश विषयक सत्र में आदर्श ग्रामीण जीवन व्यवस्था पर चर्चा की जाएगी। होमी के भाभा द्वारा प्रस्तुत सत्रों की श्रृंखला में गोपनीयता के मसले पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से जयपुर में आयोजित हो रहे लिटरेचर फेस्टिवल में देश-विदेश के लेखक और वक्ता शामिल होंगे,इस बार राज्य सरकार भी इस आयोजन में सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे स्वयं इसमें दिलचस्पी ले रही है।