प्रतियोगी परीक्षा में शॉर्ट हैंड की हिंदी और अंग्रेजी के बजाय दोनों में से एक ही होगा अनिवार्य
राजस्थान में अब प्रतियोगी परीक्षाओं में शॉर्ट हैंड की हिंदी और अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म किया गया है। इसके स्थान पर अब दोनों विषयों यानी हिंदी और अंग्रेजी में से केवल एक में हैंड परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में अब प्रतियोगी परीक्षाओं में शॉर्ट हैंड की हिंदी और अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म किया गया है। इसके स्थान पर अब दोनों विषयों यानी हिंदी और अंग्रेजी में से केवल एक में हैंड परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में तय किया गया कि 29 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में 13 से ज्यादा बिल लाए जा सकते हैं, जिनमें इनमें उच्च शिक्षा नियामक आयोग बिल, राजस्थान एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस (रेगुलेशन ऑफ फीस) 2016, मास्टर प्लान आधारित बिल स्पाटियल प्लानिंग एंड डवलपमेंट एक्ट के नाम से तथा गारंटेड लैंड टाइटल एंड पुलिंग एक्ट प्रमुख बिल शामिल हैं। बैठक में प्रत्येक शहर पर बड़े-बड़े इंडस्ट्रीयल एरिया स्थापित किए जाने का निर्णय किया हुआ। इसी को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान निवेश विधायक 2016 को मंजूरी दी है। इसके लिए राजस्थान विशेष निवेश बोर्ड बनेगा। इसकी अध्यक्षता प्रभारी मंत्री करेंगे। इस 15 सदस्यों के बोर्ड में 13 गैर सरकारी सदस्य होंगे। राजस्थान डवलपमेंट अथोरिटी बनेगी, इसमें संबंधित सांसदों एवं विधायकों की भी राय ली जाएगी। इसमें पंचायतों को भी शामिल किया जाएगा। एक अपीलीय प्राधिकरण भी बनाया जाएगा। इसमें एक अध्यक्ष एवं दो सदस्य होंगे।