राजस्थान में तीन लाख करोड़ निवेश का वादा
वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित केंद्र के 12 मंत्रियों और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मौजूदगी में देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों ने राजस्थान में 3 लाख 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया।
जागरण संवाददाता, जयपुर। वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित केंद्र के 12 मंत्रियों और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मौजूदगी में देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों ने राजस्थान में 3 लाख 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया। राजस्थान सरकार के साथ आधा दर्जन देशों एवं उद्योगपतियों की ओर से किए गए इन 295 एमओयू के अमल में आने पर ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। जयपुर में गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय 'रिर्सजेंट राजस्थान' के उद्घाटन के मौके पर मौजूद बड़े औद्योगिक घरानों ने निवेश का एलान किया। इस मौके पर जेटली ने साफ कहा कि सरकारों के खर्चे बढ़ रहे हैं। सरकार का 55 फीसद खर्च तो कम ही नहीं किया जा सकता है। सातवें वेतन आयोग से खर्च और बढ़ेगा। खर्च तो कम नहीं कर सकते, इसलिए सरकार आय बढ़ाए और निवेश बढ़ाए।
जेटली ने राजस्थान में निवेशकों के लिए अपार संभावनाएं बताते हुए कहा कि यहां बहुत से क्षेत्र अनछुए हैं। पर्यटन बड़ा उद्योग है। राजस्थान ने देश को कई उद्योगपति दिए है। यहां के लोग पैसा कमाना ही नहीं, इसे कई गुना करना भी जानते हैं। इस मौके पर केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने दोनों मंत्रालयों के प्रोजेक्ट्स पर राजस्थान में 10 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा की। कोटा के चंबल फर्टिलाइजर्स में एक और यूनिट शुरू करने पर पांच हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। आदि गोदरेज, कुमार मंगलम बिड़ला, रघुपति सिंहानिया, अनिल अंबानी, आनंद महिंद्र, एचएम बांगुर, अजय श्रीराम, अनिल अग्रवाल, विक्रम ओबराय जैसे प्रमुख उद्योगपति रिर्सजेंट राजस्थान के सहभागी बने।