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जिंदगी की जंग हार गया, 3 वर्ष का मासूम हिमांशु

बोरवेल में मासूमों के गिरने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। राजस्थान में अलवर जिले के नोगांवा पुलिस थाना क्षेत्र में पुराने बोरवेल में गिरे मासूम को नहीं बचाया जा सका। मासूम हिमांशु जिंदगी की जंग हार गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2015 03:22 AM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2015 03:29 AM (IST)
जिंदगी की जंग हार गया, 3 वर्ष का मासूम हिमांशु

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। बोरवेल में मासूमों के गिरने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। राजस्थान में अलवर जिले के नोगांवा पुलिस थाना क्षेत्र में पुराने बोरवेल में गिरे मासूम को नहीं बचाया जा सका। मासूम हिमांशु जिंदगी की जंग हार गया। देर रात दो बजकर दस मिनट पर हिमांशु को बोरवेल से निकाला गया और एम्बुलेंस की मदद से अलवर से राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दरअसल मंगलवार दोपहर को तीन वर्ष का हिमांशु खुले बोरवेल में गिर गया था। घटना तब हुई जब बच्चे के माता-पिता बोरवेल ढकने का काम बीच में ही रोक कर चाय पीने चले गए थे। उस वक्त वहां हिमांशु खेल रहा था। अचानक वह बोरवेल में गिर गया और 50 फिट की गहराई पर अटक गया।

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प्रशासनिक अधिकारियों, चिकित्सकों एवं सेना के बचाव दल के काफी प्रयासों के बाद भी उसे नहीं बचाया जा सका। राज्य में महज 6 माह में ये तीसरी घटना है। इससे पहले सीकर के अजीतगढ़ में एक 4 वर्ष की मूक बधिर बच्ची सुनीता 450 फीट बोरवेल में गिर गई थी। इसको बचाने के लिए सेना बुलानी पड़ी थी। इसके बाद पांच अक्टूबर को 190 फीट गहरे बोरवेल में ढाई वर्ष की ज्योति गिर गई थी जिसे 12 घंटे बाद निकाला जा सका।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी नहीं मान रहे

बच्चों के बोरिंग में गिरने की घटनाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एक्शन लेते हुए आदेश किया था कि किसी भी स्थान पर खुले बोरिंग नहीं छोड़े जाएं। इसके बावजूद खुले बोरिंग छोड़े जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गांव के लोगों ने इस खुले बोरिंग को भी बंद किए जाने की सूचना प्रशासन को दी थी, बावजूद इसके इसे बंद नहीं किया गया और शनिवार को कुछ देर पहले यह घटना हो गई।

मीडिया पर पुलिस का हमला, नाराज वसुंधरा राजे, जांच के आदेश

अलवर के एक गांव में बोरवेल में गिरे बालक की घटना संबंधी कवरेज के लिए जयपुर से गई टीम पर पुलिस के हमले के खिलाफ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक्शन लिया है। सीएम के आदेश के बाद हमला करने वाले कांस्टेबल को निलंबित भी कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात जब मीडिया घटनाक्रम का कवरेज कर रहा था तो अलवर में तैनात उप पुलिस अधीक्षक हिमांशु ने मीडियाकर्मियों से गाली गलौच शुरू कर दी। पत्रकारों ने कहा कि वे तो केवल कवरेज कर रहे हैं, आप सीमा बता दीजिए कि कहां तक आगे जाना है, वहीं तक जाएंगे, इस पर डीएसपी और भड़क गए। बोले, हो गई पत्रकारिता, भागों यहां से वरना पिटोगे।

पत्रकारों ने कवरेज जारी रखी तो उन्होंने धक्कामुक्की और हाथापाई शुरू कर दी और कांस्टेबल सुल्तान ने इलेक्ट्रोनिक मीडिया के सदस्यों की पिटाई शुरू कर दी। इस घटना में दो पत्रकार अत्यधिक घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद कांस्टेबल सुल्तान को निलंबित कर किया गया।


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