मैं जेल में भी करता हूं योग : आसाराम
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जोधपुर जेल में बंद आसाराम ने कहा कि योग बहुत अच्छी चीज है। सभी का करना चाहिए, मैं तो जेल में भी योग करता हूं। आसाराम की जमानत याचिका पर पैरवी के लिए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी मंगलवार को भी नहीं आए।
जयपुर [ब्यूरो]। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जोधपुर जेल में बंद आसाराम ने कहा कि योग बहुत अच्छी चीज है। सभी का करना चाहिए, मैं तो जेल में भी योग करता हूं। आसाराम की जमानत याचिका पर पैरवी के लिए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी मंगलवार को भी नहीं आए। यह चौथा मौका है, जब वे हाजिर नहीं हुए। अब उनके आने की आने की संभावना नहीं बताई जा रही है। आसाराम के स्थानीय वकील ही बुधवार को इस पर बहस करेंगे।
आसाराम की जमानत याचिका पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट [जोधपुर जिला] की अदालत में मंगलवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन उनकी तरफ से पैरवी करने डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी जोधपुर नहीं पहुंचे। उनके वकील महेश बोडा ने कहा कि वे बुधवार को इस पर बहस करेंगे।
न्यायालय से बाहर निकलते समय आसाराम ने कहा कि उन्होंने भी विश्व योग दिवस के बारे में सुना है। योग करना सभी के लिए अच्छा है। इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। मैं पहले भी योग करता था और अब भी जेल में रोजाना योग करता हूं। जो लोग इसकि खिलाफ है, उनका विरोध सतही है। अंदर से सभी योग के पक्ष में हैं।
23 अप्रैल को मिले थे स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी ने 23 अप्रैल को जेल में आसाराम से मुलाकात की थी। इसके बाद आसाराम के प्रति सद्भावना दिखाते हुए उन्होंने कहा था कि उन्हें फंसाया गया है और पूरा केस सिर्फ परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर निर्भर है।
जमानत आसाराम का मूलभूत अधिकार है, वे निचली कोर्ट में जमानत अर्जी दायर करेंगे। लालू यादव, जयललिता जैसे नेताओं से आसाराम के केस की तुलना करते हुए उन्होंने कहा था कि जब ये नेता दोषी ठहराए जाने के बाद जेल से बाहर रह सकते हैं तो आसाराम जेल से बाहर क्यों नहीं आ सकते।