राजस्थान में सांसदों की कार्यशाला हुई ना विधायकों ने चुने गांव
गांवों को आदर्श बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फ्लैगशिप योजना राजस्थान में धीमी गति से चल रही है। सांसद आदर्श ग्राम योजना की तर्ज पर फरवरी में राज्य में मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना प्रारंभ की गई।
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। गांवों को आदर्श बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फ्लैगशिप योजना राजस्थान में धीमी गति से चल रही है। धीमी चाल का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए 8 माह में सांसदों की कार्यशाला की तारीख तय नहीं हुई है, जबकि मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना के लिए तीन माह बाद भी करीब आधे जिलों में एक भी ग्राम पंचायत नहीं चुनी गई है।
सांसदों की जागरूकता के लिए कार्यशाला नहीं होने पर हालांकि केंद्र सरकार नाराजगी भी जता चुकी। सांसद आदर्श ग्राम योजना की तर्ज पर फरवरी में राज्य में मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना प्रारंभ की गई। विकास का नया सोच बताते हुए प्रारंभ की गई इस योजना का हाल यह है कि 200 में से मात्र 70 विधायकों ने ही अभी तक ग्राम पंचायत चुनी है, जबकि यहां भाजपा के 160 विधायक है। वसुंधरा सरकार के पांच मंत्रियों ने भी अभी तक इस योजना में गांव का चयन नहीं किया। हालात यह है कि राजस्थान से राज्यसभा सदस्य कांग्रेस के आनन्द शर्मा ने सांसद आदर्श ग्राम योजना में गांव नहीं चुना वे राजस्थान से दिलचस्पी भी नहीं लेते।
राज्यसभा सदस्य बनने के बाद वे मात्र दो मौकों पर कांग्रेसजनों के बीच पहुंचे, वहीं प्रदेश से राज्यसभा में निर्वाचित हुए रामजेठमलानी, भाजपा के राष्टï्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव जैसे दूसरे बाहरी नेताओं ने गांव तो चुन लिए लेकिन माहौल बदलने के लिए वहां आना-जाना ज्यादा नहीं किया है। जानकारी के अनुसार सांसदों की ओर से चुने गए गांव को अक्टूबर 2016 तक आदर्श घोषित किया जाना है।
इधर मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना का हाल यह है कि प्रदेश के तीन जिलों में तो ग्राम पंचायत चयन 100 फीसदी हो गया है, लेकिन 16 जिलों में एक भी ग्राम पंचायत का चयन नहीं हुआ है। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री सुरेन्द्र गोयल का कहना है कि सांसदों की कार्यशाला के लिए मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना में गांव चयन करने के लिए विधायकों को पत्र लिख दिया है।